हजारीबाग. महिला सुरक्षा और सम्मान को समर्पित ””””जागते रहे भारत यात्रा”””” बुधवार को हजारीबाग पहुंची. इस यात्रा का स्वागत नव भारत जागृति केंद्र कार्यालय में किया गया. यह यात्रा महिला दिवस के अवसर पर आठ मार्च 2025 को राजस्थान के माउंट आबू से शुरू हुई थी. 100 दिनों तक चली इस यात्रा ने 21 राज्यों में पहुंचकर महिला सुरक्षा और सम्मान के संदेश को लोगों तक पहुंचाया. नव भारत जागृति केंद्र (एनबीजेके) के सचिव सतीश गिरिजा ने इस यात्रा अभियान में शामिल लोगों के कार्य की सराहना की. उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा गंभीर मुद्दा बनी हुई है. महिलाओं को सशक्त बनाकर ही उनको बेहतर सुरक्षा प्रदान किया जा सकता है. इस कार्य के लिए सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले संस्थानों व सरकार इसमें अपना पूरा सहयोग करें. उन्होंने एनबीजेके द्वारा किये जा रहे महिला उत्थान और सशक्तिकरण के लिए जारी कार्यों को विस्तार से रखा. सचिव ने जागते रहे भारत यात्रा के विषय को बेहद आवश्यक और सामयिक बताया. उन्होंने आम लोगों से इस यात्रा को सहयोग करने की अपील की. जागते रहे भारत यात्रा के संयोजक राजेंद्र यादव ने कहा कि लोगों में चेतना जागरण करने के लिए वे इस मिशन पर निकले हैं. यह काम कठिन है, पर लोगों के सहयोग और प्यार से 21 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके सात जून को दिल्ली पहुंचेंगे. उन्होंने महिला सुरक्षा उपाय बताते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों में महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने, नशे की लत पर अंकुश लगाने, दुष्कर्म के आरोपियों पर गैर-जमानती अपराध घोषित करने, पुलिस जांच की अवधि 30 दिन करने, न्याय प्रक्रिया 180 दिन में पूरी करने समेत 11 सुझाव लोगों के समक्ष रखा.
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