Congress ने किसानों के साथ की वादा खिलाफी, अब ट्रैक्टर पर चढ़कर करना चाहती है एक्टिंग : ज्योतिरादित्य सिंधिया
MP Latest Political News नये कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 31वां दिन है. किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध बरकरार है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इन सबके बीच किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर देशभर में सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज बड़ा बयान दिया है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2020 2:22 PM
MP Latest Political News नये कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 31वां दिन है. किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध बरकरार है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इन सबके बीच किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर देशभर में सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज बड़ा बयान दिया है.
जिस (कांग्रेस) पार्टी ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की और किसानों को पूरी तरह त्रस्त कर दिया वह आज ट्रैक्टर पर चढ़कर एक्टिंग करना चाहती है। किसानों को असली लाभ प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा दे रहे हैं। किसान का झंडा बुलंद हो यही भाजपा की सोच है: भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया pic.twitter.com/muR00yWLNU
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी (Congress) ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की और किसानों को पूरी तरह त्रस्त कर दिया. वह आज ट्रैक्टर पर चढ़कर एक्टिंग करना चाहती है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साथ ही कहा कि किसानों को असली लाभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान का झंडा बुलंद हो यही भाजपा की सोच है.
उल्लेखनीय है कि किसानों और सरकार के बीच अब तक छह दौर की बैठकें हो चुकी हैं. लेकिन, बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अटल संवाद कार्यक्रम के जरिए किसानों के बीच थे. पीएम मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत नौ करोड़ किसानों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये थे. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग राज्यों के किसानों से बात की थी.