Rourkela News: मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के समापन का मना जश्न, छात्राओं ने एक-दूसरे को लगाया अबीर, छात्रों ने खेली कपड़ा फाड़ होली

Rourkela News: मैट्रिक परीक्षा समाप्त होने पर गुरुवार को विद्यार्थियों ने जमकर धमाचौकड़ी मचायी. एक-दूसरे को रंग लगाकर होली खेली.

By Prabhat Khabar News Desk | March 7, 2025 12:10 AM
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Rourkela News: बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (बीएसइ), ओडिशा की ओर से संचालित मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा गुरुवार को समाप्त हो गयी है. परीक्षा खत्म होने के बाद छात्र-छात्राओं ने होली खेलकर खुशियां मनायी. इसमें जहां छात्राओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली खेलने का आनंद लिया. वहीं छात्रों ने अपने सहपाठियों को पकड़-पकड़कर कपड़ा फाड़ होली खेली तथा जमकर मस्ती की. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की सुबह थर्ड लैंग्वेज का पर्चा था. यह परीक्षा सुबह नौ बजे शुरू होने के बाद पूर्वाह्न 11:30 बजे खत्म हुई.

घर से अबीर-गुलाल लेकर पहुंचे थे छात्र-छात्राएं

परीक्षा खत्म होते हुए ही अधिकतर परीक्षार्थी उनके साथ आये अभिभावकों के पास पहुंचे. उनसे अपना-अपना बैग लेने के बाद बैग के अंदर से अबीर-गुलाल निकाला तथा सहपाठियों के साथ हाेली खेलनी शुरू कर दी. इस दौरान जिसने रंग लगाने से मना किया, उन्हें भी जबरन रंग लगाया गया. छात्राओं ने जहां अपनी सहपाठियों को अबीर-गुलाल लगाकर होली मनायी. वहीं छात्रों ने एक-दूसरे को पकड़-पकड़कर रंग लगाया. जिसमें कई परीक्षार्थियाें की यूनिफॉर्म भी फट गयी थी. इसके बाद भी वे लोग जमकर मस्ती करते नजर आये. करीब 15 मिनट से लेकर आधा घंटा तक होली खेलने के बाद वे लोग अपने-अपने अभिभावकों के साथ बाइक अथवा अपनी साइकिल से परीक्षा केंद्र से अपने-अपने घर के लिए रवाना हुए.

मैट्रिक परीक्षा के अंतिम दिवस पर 375 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित

10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम मई के पहले सप्ताह में घोषित होंगे

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (बीएसइ) ओडिशा की ओर से आयोजित कक्षा 10वीं उच्च विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा के परिणाम मई के पहले सप्ताह में घोषित किये जायेंगे. यह जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष श्रीकांत तराई ने गुरुवार को परीक्षा के समापन के बाद दी. मीडिया से बात करते हुए श्री तराई ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया 19 मार्च से शुरू होगी. इस वर्ष कुल 5,12,437 छात्रों ने ओडिशा के 3,133 केंद्रों पर मैट्रिक परीक्षा में भाग लिया. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की थीं. नकल रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने चार-स्तरीय व्यवस्था लागू की थी और सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. इसके अतिरिक्त, परीक्षा में किसी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए लगभग 600 केंद्रों पर लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था भी की गयी थी. प्रश्न पत्र लीक होने से बचाने के लिए प्रत्येक पृष्ठ पर क्यूआर कोड और हर सवाल के पास एक सीरियल नंबर जोड़ा गया था.

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