Rourkela News: कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के एक साल के कार्यकाल को बताया छलावा, कहा-वादे नहीं हुए पूरे

Rourkela News: ओडिशा में मोहन माझी के नेतृत्व में भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल को कांग्रेस नेताओं ने छलावा बताया.

By BIPIN KUMAR YADAV | June 21, 2025 12:17 AM
feature

Rourkela News: राज्य में मोहन चरण माझी के नेतृत्व में भाजपा की डबल इंजन सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. विकास मेला समेत अन्य कार्यक्रमों के जरिये राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान किया जा रहा है. लेकिन राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी ने इसे भाजपा का छलावा करार दिया है. भाजपा के स्लोगन पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार का वर्ष एक, उपलब्धि अनेक’ झूठ है, जबकि ‘वर्ष एक, प्रताड़ना अनेक’ हकीकत.

शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत अन्य घोषणाओं को ठंडे बस्ते में डाला : रवि राय

राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से शुक्रवार को पीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास के निर्देश पर हुई प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष रवि राय व अन्य नेताओं ने केंद्र की मोदी व राज्य की मोहन सरकार काे यू-टर्न सरकार बताया. इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत अन्य कई घोषणा को भी भाजपा सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल देने का आरोप कांग्रेस ने लगाया है. मौके पर देवव्रत बिहारी, साबिर हुसैन, ज्ञानरंजन दास, गणेश प्रधान, आशीष मोहंती, दिवाकर दीप शामिल थे.

गिनायीं भाजपा सरकार की विफलताएं

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राय ने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी. लेकिन शासन के एक साल में ही यहां भ्रष्टाचार ने सीमा लांघ दी है. भ्रष्टाचार के आरोप में इडी के उपनिदेशक को ही सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है. 18 महीनों में चिटफंड ठगी का शिकार बने लोगों को रुपये वापस लौटाने की दिशा में भी कोई काम नहीं किया गया है. धान की बिक्री में कंटनी-छंटनी बंद करने की घोषणा की गयी थी. लेकिन जहां बीजद सरकार में पांच से छह किलो कंटनी-छंटनी होती थी, वहीं भाजपा सरकार ने यह आठ से नौ किलो तक पहुंच गयी है. सुभद्रा योजना में आधी आबादी को 50 हजार रुपये का वाउचर देने तथा इसे दो साल में खर्च करने का वादा था. अब सभी महिला को इसमें शामिल नहीं किया जा रहा है. जबकि 50 हजार रुपये एक मुश्त के स्थान पर साल में दो बार पांच-पांच हजार रुपये दिये जा रहे हैं, जो कि पान खाने व मेला घूमने में ही खर्च हाे जा रहे हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version