Rourkela News: कोइड़ा थाना अंचल में खदान के मार्ग पर विस्फोटकों की लूट की घटना के बाद बुधवार को ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) योगेश बहादुर खुरानिया ने घटनास्थल का दौरा किया. वहां पर निरीक्षण करने के बाद वे वापस राउरकेला लौटे तथा पश्चिमांचल डीआइजी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ गहन विचार विमर्श किया. वहीं कॉबिंग ऑपरेशन के दौरान जिस ट्रक में विस्फोटक लदा था, उस ट्रक को बरामद कर लिया गया है, लेकिन इसमें विस्फोटक नहीं था.
मोबाइल छीनकर छोड़ दिया था चालक को
झारखंड सीमा पर ले जाकर ट्रक से उतार लिया विस्फोटकों का बक्सा. पत्थर खदान में लगे दो मजदूर एक-एक कर गाड़ी से विस्फोटकों की पेटी उतार रहे थे. 100 से अधिक पेटी उतारने के बाद अचानक माओवादी वर्दीधारी और लंबी बंदूक लिये तीन लोग वहां पहुंचे. उन्होंने खुद को नक्सली बताते हुए मजदूरों से पेटी वापस गाड़ी में लोड करने को कहा. इस दौरान तीन और लोगों ने पास की सड़क पर दोनों तरफ पहरा दिया और कुछ लोगों को बुलाकर सभी बॉक्सों को वापस वाहन में लोड कर दिया. चालक को दो किमी दूर झारखंड सीमा पर सारंडा जंगल के पास खड़ा कर दिया. वहां पहले से सादे लिबास में मौजूद 30 से 40 लोगों ने बॉक्स को उतार लिया. वाहन खाली होने के बाद चालक का मोबाइल फोन ले लिया और काफी देर के बाद चालक को जाने दिया.
खदान के ठेकेदार की सूचना पर शुरू हुई जांच
इधर, खदान के श्रमिकों और सुपरवाइजर ने ठेकेदार नीरज पांडे को घटना की जानकारी दी. नीरज पांडे ने केबलांग थाना को सूचित किया. तब जाकर पूरी घटना का पता चला. पुलिस की टीमें, आइआरबी, एसओजी मौके पर पहुंची और चालक सहित खाली वाहन को बरामद कर जांच शुरू कर दी. घटना की गंभीरता को देखते हुए भुवनेश्वर से पुलिस महानिदेशक वाइबी खुरानिया, आइजी ऑपरेशन दीपक कुमार, पश्चिमांचल डीआइजी बृजेश रॉय, सुंदरगढ़ एसपी प्रत्यूष दिवाकर, एसडीपीओ रामचंद्र बिस्वाल समेत सभी विभागों के वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मौके पर पहुंचे और चालक, संस्था के मालिक, कर्मियों समेत पूरी घटना की जांच की.
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