Jharsuguda News: भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुकी झारसुगुड़ा नगरपालिका का एक और कारनामा अब सामने आया है. ताजा मामला स्मार्ट पार्क को लेकर हुई अव्यवस्था का है. साथ ही महापुरुषों की प्रतिमा यहां पर स्थापित करना था. लेकिन यह काम भी नहीं हो पाया है और महापुरुषों की प्रतिमा बोरों में बांधकर रखी गयी है. जानकारी के अनुसार अगस्त 2023 में राज्य सरकार की विकास योजना के तहत एक करोड़ रुपये की लागत से इसस पार्क के निर्माण किया गया था.
टॉय ट्रेन पर 10 लाख रुपये हुए थे खर्च
शुरुआत में यहां पर 10 लाख रुपये की लागत से बनी टॉय ट्रेन को मुख्य आकर्षण बताया गया था. यह टॉय ट्रेन उद्घाटन के अगले दिन से ही कभी चलती थी, तो कभी नहीं. पहले नगरपालिका प्रबंधन ने बताया कि वोल्टेज की समस्या के कारण यह ट्रेन नहीं चल रही है. बाद में उस समस्या का समाधान कर दिया गया, लेकिन तकनीकी खराबी बताकर इस ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया गया. स्थिति ऐसी हो गयी है कि इस ट्रेन के लिए बिछाई गयी लोहे की पटरी पर अब घास उग आयी है.
लाइटें टूटीं, सूखने लगे हैं पेड़
पार्क में लगी लाइटें टूट गयी हैं, जबकि पेड़ों की देखभाल भी ठीक से नहीं हो रही है. गर्मी के दिनों में कई पेड़ सूखने लगे हैं, जबकि कुछ बढ़ गये हैं. पेड़ों की भी उचित देखभाल नहीं की जा रही है. पार्क में केवल एक फव्वारा चल रहा है, जबकि दूसरा बंद पड़ा है. इस पार्क में बने छह चबूतरों में से पांच पर शहीद करुणाकर सिंह नायक, गणेश उपाध्याय, तुलसी देवी, चिंतामणि पुजारी और बिहारीराम तांती की तीन फुट की कांस्य मूर्तियां लगाने की घोषणा की गयी थी, लेकिन विडंबना यह है कि मूर्तियां देर से आयीं, फिर भी उन्हें चबूतरे पर स्थापित नहीं किया गया. पार्क के एक कोने में एक बेंच पर चेहरे पर जाली बांधकर रख दिया गया. इस बारे में प्रतिक्रिया जानने के लिए कार्यकारी अधिकारी मानस रंजन मल्लिक से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
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