Bhubaneswar News: ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ संभावित अविश्वास प्रस्ताव की चर्चाओं को बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया और दावा किया कि इसका उल्टा असर विपक्ष पर पड़ेगा, जबकि सत्तारूढ़ पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा. प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भक्त चरण दास ने एक दिन पहले महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजद) से भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का आह्वान किया था, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए पुजारी ने यह टिप्पणी की.
पीसीसी अध्यक्ष ने कहा था-बीजद को लाना चाहिए अविश्वास प्रस्ताव
पीसीसी अध्यक्ष दास ने कहा था कि अगर बीजद महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने को लेकर गंभीर है तो उसे आगामी विधानसभा सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए. इस संबंध में बीजद के लिए कांग्रेस के समर्थन की घोषणा करते हुए दास ने कहा था, ‘यदि बीजद ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं लाती है, तो कांग्रेस आगे बढ़ने को तैयार है, लेकिन उसे बीजद का समर्थन मिलना चाहिए. दास की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पुजारी ने कहा कि हम विपक्ष द्वारा लाए गए किसी भी अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं. लेकिन उन्हें (बीजद और कांग्रेस) भी हमारी प्रतिक्रिया सुनने के लिए समान रूप से तैयार रहना चाहिए. उन्होंने दशकों तक राज्य पर शासन किया, इस दौरान महिलाओं के खिलाफ कई जघन्य अपराध हुए. उन्हें 70 से ज्यादा वर्षों के अपने कुकृत्यों का जवाब देना होगा. हमारी सरकार को अभी केवल एक साल हुआ है.
भाजपा के पास सदन में स्पष्ट बहुमत, प्रतीकात्मक होगा अविश्वास प्रस्ताव
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि अगर विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया भी जाता है, तो यह प्रतीकात्मक होगा क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा के पास 81 विधायकों (भाजपा के 78 और 3 निर्दलीय) का स्पष्ट बहुमत है, जबकि विपक्ष के पास कुल 66 विधायक (बीजद के 51, कांग्रेस के 14 और माकपा का एक) हैं. ओडिशा विधानसभा में कुल 147 सदस्य हैं.
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