Bhubaneswar News: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शनिवार को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में ओडिशा सरकार के खेल एवं युवा मामलों के विभाग की ओर से राज्य स्तरीय योग समारोह का आयोजन किया गया. बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सैकड़ों लोगों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया. उन्होंने कहा कि योग विश्व के मानव समाज को भारत का एक अमूल्य उपहार है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशाखापट्टनम में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया.
शरीर, आत्मा और सोच की शक्ति को जाग्रत करने का माध्यम है योग
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि योग केवल व्यायाम या कुछ आसनों तक सीमित नहीं है. यह शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक चेतना का एक अद्भुत संगम है. भारतीय संस्कृति और योग परंपरा से जन्मा यह अभ्यास किसी एक धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि यह शरीर, आत्मा और सोच की शक्ति को जाग्रत करने का माध्यम है, जिसे आज जाति, धर्म और वर्ण के भेद के बिना पूरी दुनिया अपना रही है. उन्होंने बताया कि योग भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक अविभाज्य अंग है, जो पहले देश के भीतर सीमित था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में कार्यभार ग्रहण करने के कुछ ही महीनों बाद इसे वैश्विक पहचान दिलाने के लिए ठोस पहल की. परिणामस्वरूप, 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया. आज लगभग पूरी दुनिया में लोग योग को उत्साह और रुचि से अपना रहे हैं.
स्कूल पाठ्यक्रम, सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में योग को शामिल करने की योजना
सभी जिलों में योग सत्र आयोजित
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ओडिशा के सभी जिलों में शनिवार को योग सत्र आयोजित किये जा रहे हैं. चाहे शहर हो या गांव, हजारों लोग एकत्र होकर योग दिवस मना रहे हैं. यह जनभागीदारी राज्य के लोगों में बढ़ती जागरुकता और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति उनकी आशा और विश्वास को दर्शाती है. गौरतलब है कि इस राज्य स्तरीय योग शिविर में लगभग 15,000 प्रतिभागियों सहित राज्य के मंत्री, सांसद, विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. सभी ने सामूहिक योगाभ्यास में भाग लिया. इस अवसर पर संस्कृति विभाग की ओर से पारंपरिक गोटिपुआ नृत्य का प्रदर्शन भी किया गया.
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