Rourkela News: ओडिशा ड्राइवर महासंघ की ओर से अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से शुरू किया गया स्टीयरिंग छोड़ाे आंदोलन गुरुवार काे तीसरे दिन जारी रहा. इस आंदोलन का असर राउरकेला शहर और सुंदरगढ़ जिले पर पड़ा है. यहां पर निजी बसों से लेकर भारी वाहनों की आवाजाही भी बंद रही. वहीं शहर में तैल टैंकर नहीं आने से पेट्रोल व डीजल की किल्लत होनी शुरू हो गयी है.
पेट्रोल पंपों पर वाहन चालकों की दिखी भीड़
छेंड पेट्रोल पंप में गुरुवार को पेट्रोल खत्म हो गया था. इसे लेकर कुछ पेट्रोल पंपों पर जहां वाहन चालकों की भीड़ देखी गयी, तो कुछ पेट्रोल पंप पर सामान्य तरीके से वाहन चालक ईंधन लेते नजर आये. इस आंदोलन के कारण निजी बसें नहीं चलने से लोग तीसरे दिन भी परेशान रहे. वहीं अब पेट्रोल की किल्लत शुरू होने और आंदोलन लंबा खिंचने से लोगों की परेशानी ओर भी बढ़ सकती है. इस आंदोलन के दौरान सड़क पर गुरुवार को भी केवल आमो बस और सरकारी बसें ही चलती नजर आयीं. जबकि निजी बसों के पहिये थमे रहे. जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
इन मांगों को लेकर किया जा रहा आंदोलन
मांगे पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
ड्राइवर महासंघ की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार मांगों को पूरा नहीं करती है, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जायेगा. सुंदरगढ़ जिला व राउरकेला महानगर निगम के अध्यक्ष रंजन कुमार विशोई ने कहा कि यह बेमियादी आंदोलन है. सरकार जब तक मांगें नहीं मानेगी, आंदोलन जारी रहेगा. इस आंदाेलन से जनता को हो रही परेशानी के लिए सरकार ही जिम्मेदार है.
बंडामुंडा में भी ड्राइवरों ने दिया धरना
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