Rourkela News : उदितनगर स्थित नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर मंदिर परिसर से लेकर आसपास का क्षेत्र वैदिक मंत्रोच्चार से गुंज रहा है. यह प्राण प्रतिष्ठा समारोह 27 अप्रैल को शुरू हुआ था. इसकी पूर्णाहुति 30 अप्रैल को शुक्ल पक्ष अक्षय तृतीया पर हाेगी. इस दिवस पर महाप्रभु जगन्नाथ का नवनिर्मित मंदिर में सिंहासन बिजे किया जायेगा. इस दिवस पर श्री श्री महाप्रभु जगन्नाथ के सेवक गजपति महाराजा दिव्यसिंह देव विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होंगे. मंगलवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किये गये. सुबह सात बजे सूर्य पूजा, गो व धरित्री पूजा, शाला प्रवेश, मंडल पूजन, विष्णु सहस्त्रनाम यज्ञ, दिन के चार बजे श्री विग्रहों की स्नान यात्रा, स्नान, रात्र विहित यज्ञ, गुप्तन्यास, आरती, पुष्पांजलि, शाम 5.30 बजे से कीर्तन, शाम 5.45 बजे से 6.15 बजे तक ओडिशी नृत्य, विशिष्ट अतिथियों का वक्तव्य, रात सात से 8.30 बजे तक स्कंध पुराशोक्त पुरुषोत्तम क्षेत्र महात्मय श्री जगन्नाथ कथा मृत प्रवचन, रात के 8.30 बजे से 9.30 बजे तक पारंपरिक भजन व प्रसाद सेवन कार्यक्रम आयोजित किया गया. प्रवचन प्राध्यापक डॉ हरेकृष्ण शतपथी की ओर से दिया जा रहा है. इसके अलावा भजन गायक अरुण कर व उनकी टीम की ओर से सुमधुर भजन भी प्रस्तुत किये जा रहे हैं. 30 अप्रैल को मंदिर प्रतिष्ठा, श्री विग्रहों की प्रतिष्ठा के साथ विग्रहों का सिंहासन बिजे नीति संपूर्ण की जायेगी.
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