UP Election 2022: आगरा में हाथरस कांड की पुनरावृत्ति, पीड़ित परिवार को मिले एक करोड़ मुआवजा- संजय सिंह
UP Election 2022: आगरा में सफाई कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद राजनीति शुरू हो गई है. 'आप' के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि आगरा में फिर से हाथरस कांड की पुनरावृत्ति हुई है.
By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2021 4:55 PM
UP Election 2022: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक बहुत ही पीड़ादायक घटना सामने आई है. आगरा के अंदर वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. इस घटना ने एक बार फिर से हाथरस कांड की पुनरावृत्ति की है और फिर से यह बताने का काम किया है कि उत्तर प्रदेश में समाज के वंचित लोगों के लिए, दलित समाज के लिए उनकी कीमत इस प्रशासन की निगाह में जानवरों से ज्यादा कुछ नहीं है. हमारी मांग है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई हो.
संजय सिंह ने कहा कि एक के बाद एक कई घटनाओं में पुलिस खुद हत्या के मामले में शामिल है. व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या हुई, उसमें मुलजिम एसएसपी पाटीदार है. इसी प्रकार, मनीष की हत्या हुई, उसमें दारोगा, थानेदार, पुलिसकर्मी मुलजिम हैं. रायबरेली में भी पुलिसकर्मी हत्या के आरोपी हैं और अब आगरा में अरुण की हत्या में भी आरोपी पुलिस ही है.
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जिस पुलिस के ऊपर लोगों की रक्षा करने की जिम्मेदारी है, वो हत्या में शामिल हो रहे हैं तो न्याय कैसे मिलेगा. इसलिए इस पूरे मामले की एक निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराई जाए. उस परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. साथ ही, आरोपियों को जेल में डाला जाए.
संजय सिंह ने कहा कि ‘आप’ का प्रतिनिधि मंडल परिवार से संपर्क में है. हम लोग पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे. यह कोई सामान्य घटना नहीं है. अपराध की खुली छूट पुलिस और नेताओं को है. पुलिस की चोरी का खुलासा चोर यूपी मे करते हैं. दावे योगी जी जितने करे हकीकत यही है.
संजय सिंह की प्रमुख बातें
यूपी में तिरंगा यात्रा की छूट नहीं है
गुंडागर्दी, हत्या, लूट, बलात्कार की छूट है
हमारी वाराणसी में तिरंगा यात्रा की परमिशन रोक दी गई
जहां-जहां हमने तिरंगा यात्रा निकाली, एफआईआर हुई है
कल की तिरंगा यात्रा वाराणसी में होगी
सरकार जो करना चाहती करे, लेकिन हमें रोक नहीं सकती है