पूर्व सांसद और अभिनेत्री जयाप्रदा को बुधवार को कोर्ट ने समय देने के बाद भी पेश नहीं होने पर उनका प्रार्थनापत्र खारिज करते हुए मुचलका धनराशि जब्त कर ली. अभिनेत्री जयाप्रदा आचार संहिता उल्लंघन के दो मामलों में फरार चल रहीं हैं. साथ ही जमानतियों की फाइल भी खोल दी है. कोर्ट ने उनकी गिरफ्तार के लिए एसपी को फिर आदेश दिए. इस मामले की अगली सुनवाई 25 जनवरी को होगी. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अभिनेत्री के वकील की कोई भी दलील नहीं मानी. पूर्व सांसद के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान केमरी और स्वार थाने में आचार संहिता के उल्लंघन के दो मामले दर्ज किए गए थे. यह मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं, लेकिन पूर्व सांसद कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही हैं. कोर्ट ने कई बार उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी को आदेश दिए थे. जिसके बाद एसपी की ओर से एक टीम जयाप्रदा के दिल्ली-मुम्बई के ठिकानों पर छापेमारी की थी. कोर्ट के आदेश पर जयाप्रदा को लेने गई टीम बैरंग वापस लौट आई थी. इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए फिर जयाप्रदा को हाजिर कराने के आदेश दिए हैं. वहीं अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया कि बचाव पक्ष की ओर से हाजिरी माफी की अपील की गई, जिस पर उनके द्वारा आपत्ति लगाई गई. इस पर कोर्ट ने हाजिरी माफी को खारिज करते हुए प्रार्थना नहीं मानी. साथ ही जयाप्रदा के खिलाफ सातवीं बार नॉन बेल एबल वारंट जारी किया है. जयाप्रदा द्वारा जमानत के लिए लगाए गए बंध पत्र को जब्त कर लिया. बंध पत्र के 25 हजार रुपए भी जब्त कर लिए गए.
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