प्रदेश की पहचान के लिए जो संकट थे आज प्रदेश उनके लिए संकट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद हत्याकांड के बाद पहली बार लोगों को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा, 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब थी. प्रदेश दंगों के रूप कुख्यात था. बहुत से जनपद ऐसे थे जिसके नाम से लोग डरते थे. आज लोगों को जनपद के नाम से डरने की जरूरत नहीं है. चर्चित माफिया- अपराधियों का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जो पहले प्रदेश की पहचान के लिए संकट थे आज प्रदेश उनके लिए संकट बनता जा रहा है.
अखिलेश सरकार में 700, मायावती राज में 364 दंगा
भाजपा सरकार और उससे पहले सपा- बसपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था का उदाहरण के साथ तुलना की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2012 से 2017 (अखिलेश सरकार)के बीच में 700 से अधिक दंगे हुए थे. वर्ष 2007 से 2012 (मायावती सरकार) के बीच में 364 से अधिक दंगे हुए थे. लेकिन वर्ष 2017 से 2023 (योगी सरकार) के बीच एक भी दंगा उत्तर प्रदेश में नहीं हुआ. एक भी दिन कर्फ्यू नहीं लगा. पहले हर दूसरे- तीसरे दिन कहीं न कहीं कर्फ्यू रहता था.
एक दिन को भी कर्फ्यू लगे ऐसी नौबत कभी नहीं आएगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ऐसी नौबत कभी नहीं आने दी जायेगी कि एक दिन को भी कर्फ्यू लगे. उत्तर प्रदेश न केवल आपकी (उद्यमी) सुरक्षा, बल्कि प्रदेश में आने वाली आपकी एक-एक पूंजी की सुरक्षा की गारंटी देता है. अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया उद्यमियों को डरा धमका नहीं सकता है.