हाथरस के इंटरनेशनल स्कूल में पढ़वाई नमाज, parents ने गेट पर धरना देकर पढ़ा हनुमान चालीसा,जानिये फिर क्या ?

बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल हाथरस में विद्यार्थियों को नमाज पढ़वाने को लेकर अभिभावकों में आक्रोश भड़क गया. उन्होंने स्कूल के गेट के बाहर प्रदर्शन किया. प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.

By अनुज शर्मा | April 19, 2023 9:04 PM
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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के हाथरस में अलीगढ़ रोड स्थित बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल छात्रों से कथित तौर पर नमाज की प्रैक्टिस कराने के विवाद में फंस गया है. स्कूली छात्रों के अभिभावकों ने हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार को स्कूल प्रबंधन कके खिलाफ कार्रवाई की मांग की कर प्रदर्शन किया. कथित घटना के बाद स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में स्थानीय अधिकारियों द्वारा एक जांच समिति का गठन किया गया है.

सोशल मीडिया पर बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में नमाज पढ़वाने के फोटो वायरल होने के बाद लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था. बड़ी संख्या में अभिभावकों ने हिंदूवादियों के साथ स्कूल के गेट पर हंगामा व प्रदर्शन किया. खूब नारेबाजी हुई. हिंदूवादी नेताओं और अभिभावकों ने स्कूल की प्रधानाचार्य का हाथ में शराब का जाम लेते हुए फोटो लेकर स्कूल के गेट के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया.

प्रदर्शन कर रहे परिजनों की मांग थी कि जिलाधिकारी मौके पर आ कर स्कूल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करें. परिजन मनोज अग्रवाल ने बताया कि हमारे बच्चों के हाथों से कलावे हटा दिए, बच्चों को मेंहदी पर प्रतिबंध लगा दिया. एसडीएम सदर आशुतोष, सीओ सदर सुरेंद्र सिंह, थाना हाथरस गेट प्रभारी सतेंद्र सिंह राघव पुलिस फोर्स के साथ मौके पहुंचे उन्होंने स्कूलों वाहन रोके खड़े लोगों को हटाया.

बीएलएस इंटर नेशनल स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में एक जांच समिति का गठन कर दिया है. प्रशासनिक अधिकारी कमल शर्मा ने बताया कि पूरे प्रकरण में खेद व्यक्त किया गया है. स्कूल की जांच कमेटी की रिपोर्ट पर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी. प्रथम द्रष्टया प्रिंसिपल सोनिया और दो अध्यापक इरफान इलाही एवं कंवर रिजवान को निलंबित कर दिया गया है.

मामले को लेकर उपजिलाधिकारी हाथरस की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया है. डीएम ने आदेश में कहा है कि सोशल मीडिया पर बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में नमाज पढ़वाने के फोटो वायरल होने पर अविभावकों – सामाजिक संगठनों में गुस्सा है. इस मामने की तत्काल गहनता से जांच कराने के लिऐ समिति का गठन किया जाता है. उपजिलाधिकारी समिति के अध्यक्ष होंगे. जिला विद्यालय निरीक्षक सदस्य होंगे. समिति पांच दिन में रिपोर्ट देगी.

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