Ram Mandir Pran Pratishtha: पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुबह 10.25 बजे पहुंचेंगे अयोध्या

सोमवार को पौषमाह की द्वादशी तिथि है. इस दौरान अभिजीत मुहूर्त हैं. इसके अलावा मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न, इंद्र योग, वृश्चिक नवांश का योग रहेगा. इस दौरान दोपहर के 84 सेकेंड सबसे महत्वपूर्ण हैं. इसी दौरान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी.

By Amit Yadav | January 22, 2024 6:31 AM
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अयोध्या: लगभग 500 साल बाद अयोध्या में रामलला अपने मंदिर में विराजेंगे. श्री राम के स्वागत के लिए अयोध्या सजकर तैयार है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10.25 पर अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से वह हेलीकॉप्टर से सुबह 10.55 बजे श्री राम जन्मभूमि जाएंगे. इसके बाद 12.05 से 12:55 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रहेंगे. इस दौरान वह मंदिर परिसर में घूमेंगे और प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे. प्राण प्रतिष्ठ के अभिजीत मुहूर्त में गर्भ गृह में रामलला की प्रतिमा की आंखों से कपड़ा हटाया जाएगा. उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा. पीएम मोदी रामलला को काजल लगाएंगे. 12.55 बजे राम मंदिर पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा होगी. इसके बाद 1 बजे से 2 बजे के बीच पीएम मोदी और सीएम योगी का संबोधन होगा. दोपहर 2.10 बजे PM मोदी कुबेर टीला शिव मंदिर जाएंगे और पूजा अर्चना करेंगे.

84 सेकेंड का मुहूर्त

  • सोमवार को पौषमाह की द्वादशी तिथि है. इस दौरान अभिजीत मुहूर्त हैं. इसके अलावा मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न, इंद्र योग, वृश्चिक नवांश का योग रहेगा.

  • प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12.29.08 बजे से 12.30.32 बजे तक है. इस दौरान ही प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान होगा.

  • काशी के आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान कराएंगे. मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षिति हैं. कुल 121 आचार्य पूरे अनुष्ठान में शामिल रहेंगे.

मुख्य अनुष्ठान से पहले श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान छठवें दिन रविवार को सुबह नौ बजे शुरू हुआ. प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में नित्य के पूजन, हवन और पारायण के साथ अनुष्ठान प्रक्रिया शुरू हुई. श्री रामलला के विग्रह को मध्याधिवास में रखा गया.

रविवार को ही रात्रि जागरण अधिवास भी हुआ. यज्ञशाला में श्रीरामलला के पुराने विग्रह की भी पूजा चल रही है. चेन्नई, पुणे सहित कई स्थलों से मंगाये गये विविध फूलों से पूजन किया गया.

रविवार की पूजा में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से अनिल मिश्र सपरिवार और विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंह एवं अन्य लोग शामिल थे.

114 कलशों में औषधियुक्त एवं देश के विभिन्न तीर्थों से लाये गये पवित्र जल से श्रीरामलला की मूर्ति का स्नान कराया गया.

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