UP News: बागपत में कोल्हू के कढ़ाह में फेंकी गई युवती से मिलने पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर, कर दिया यह दावा
बागपत में कोल्हू के कढ़ाहा में फेंकी गई दलित युवती को मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. पीड़िता का हाल जानने के लिए आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पहुंचे, जहां युवती और उसके परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
By Sandeep kumar | January 6, 2024 6:53 AM
यूपी में बागपत (Baghpat) के धनौरा सिल्वरनगर में कोल्हू के कढ़ाहा में फेंकी गई दलित युवती को मुजफ्फरनगर के बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज (Muzaffarnagar Medical College) में भर्ती कराया गया है. पीड़िता का हाल जानने के लिए आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (Chief Chandrashekhar Azad) पहुंचे, जहां युवती और उसके परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. उन्होंने सभी आरोपियों सहित पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की. इस दौरान चंद्रशेखर ने बहन बेटियों को न्याय दिलाने के लिए बिजनौर की नगीना लोकसभा सीट (Nagina Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ने की घोषणा भी की. दरअसल, भोपा थाना क्षेत्र के गांव निवासी परिवार बागपत के धनौरा सिल्वरनगर गांव के कोल्हू पर मजदूरी करने के लिए गया था. आरोप है कि परिवार की युवती के साथ कोल्हू मालिक प्रमोद, राजू और संदीप ने छेड़छाड़ की. विरोध करने पर पीड़िता को आरोपियों ने खौलते रस के कढाह में फेंक दिया था. युवती बुरी तरह से झुलस गई थी. गुरुवार को मुजफ्फरनगर के बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में पीड़िता और उसके परिवार से मिलने के लिए आसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज नहीं किया. बल्कि रिपोर्ट लिखवाने गए पीड़िता के भाई को आरोपियों ने पीटाई कर दी, इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. जब आजाद समाज पार्टी के बागपत की टीम ने पुलिस पर दबाव बनाया तो मुकदमा दर्ज किया गया.
चंद्रशेखर ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और नारी सशक्तीकरण कहां है. भाजपा दलित जाति का सम्मेलन कर केवल उन्हें बेवकूफ बनाकर वोट बटोरती है. कोई भी भाजपा पदाधिकारी परिवार से मिलने नहीं पहुंचा. यह घटना दबा दी गई है. परिवार पूरी तरह से डरा हुआ है. परिवार की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं और उनके साथ हमेशा खड़े रहेंगे. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी वह बागपत के प्रशासन से मिलेंगे. वहीं पीड़िता की मां ने कहा कि कोल्हू के कुछ लोगों ने यहां आकर भी परिवार पर फैसला बदलने का दबाव बनाया है. हम फैसला नहीं बदलेंगे. न्याय के लिए हर संभव लड़ाई लड़ी जाएगी. कानून से इंसाफ मांगेंगे.
भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने किसानों से जुड़ी समस्याओं को लेकर मुजफ्फरनगर कलक्ट्रेट का घेराव किया. ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे किसानों ने ढ़ाई घंटे धरना प्रदर्शन किया. एडीएम प्रशासन को धरने के बीच बैठाकर समस्याओं से अवगत कराया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम 14 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा. जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि किसानों को इंसाफ नहीं मिला तो आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी. कलक्ट्रेट परिसर में गन्ना किसानों के मुद्दे पर भाकियू कार्यकर्ता पहुंचे. धरने में गन्ने का भाव घोषित करने, सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली, आवारा पशु का निस्तारण, गन्ने का बकाया पेमेंट सहित अन्य मांगों को लेकर अपने विचार रखे. उन्होंने सरकार पर वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया. साथ ही आवारा पशुओं की समस्या को बहुत गंभीर बताया. जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश स्तरीय आह्वान के तहत यह एक दिवसीय प्रदर्शन किया गया है. अगर मांग पूरी नहीं होती है तो बड़े आंदोलन का फैसला लिया जाएगा. इस दौरान पदाधिकारियों ने करीब दस मिनट तक एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह को धरनास्थल पर ही अपने बीच बैठाया. इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
किसानों को सिंचाई की मुफ्त बिजली अब तक नहीं मिली
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों से सिंचाई की मुफ्त बिजली का वादा किया था. इसकी घोषणा भी बजट पेश के दौरान की गई थी, लेकिन अभी तक यह धरातल पर लागू नहीं हुई. नलकूपों से मीटर लगवाने की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोके और पूर्व में निजी नलकूप का कनेक्शन लेने पर 300 मीटर विद्युत लाइन विभाग की ओर से किसानों को मिलती थी, इसे दोबारा से लागू किया जाए. पिछले चार सालों में केवल 25 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का भाव बढ़ाकर किसानों को और गरीब बनाने का काम किया गया. सरकार गन्ने का भाव 500 रुपए प्रति क्विंटल करे. प्रदेश की कई चीनी मिलों पर आज भी करोड़ों रुपए का गन्ना भुगतान बाकी है. बकाया भुगतान जल्द से जल्द कराया जाए. आवारा पशुओं की समस्या विकट है, इससे किसानों को काफी नुकसान है. इसका समाधान जल्द से जल्द हो. इसके अलावा अन्य मांगें उठाई गईं. इस मौके पर राष्ट्रीय सचिव ओमपाल मलिक, पश्चिम उत्तर प्रदेश के महासचिव श्यामपाल सिंह, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, तहसील अध्यक्ष सरदार अमीर सिंह, प्रताप सिंह, राहुल अहलावत, अनुज बालियान, मोनू प्रधान, सतेंद्र चौहान, जोगेंद्र, मानसिंह, संजीव आदि मौजूद रहे.