Lok Sabha Election 2024: लखनऊ, विपक्षी दलों में सेंध लगाकर भाजपा अपने विरोधियों पर मनौवैज्ञानिक दबाव बनाने के साथ ही पिछले लोकसभा में हारी 14 सीटों पर जातीय समीकरणों को मजबूत कर पासा पलटने की मुहिम में जुटी है. पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को साधने के बाद सोमवार को विपक्षी दलों के कई चेहरों को अपने खेमे में शामिल कराना पार्टी की इसी रणनीति का हिस्सा है. विपक्षी दलों के नेताओं की नई खेप की आमद से भाजपा ने पूर्वांचल के साथ ही पश्चिमी उप्र में सहारनपुर और मुरादाबाद मंडलों की लोकसभा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की 80 में से 62 और उसके सहयोगी अपना दल ( एस ) ने मीरजापुर और राबर्ट्सगंज दो लोकसभा सीटें जीती थीं. बाकी 16 सीटें बसपा , सपा और कांग्रेस के खाते में गई थीं. उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटें सपा से छीन ली थीं. 14 सीटें अब भी पार्टी के कब्जे से बाहर हैं , जिनमें बिजनौर , नगीना , सहारनपुर , अमरोहा , संभल , मुरादाबाद , मैनपुरी , रायबरेली , अंबेडकरनगर , श्रावस्ती , गाजीपुर , घोसी , जौनपुर और लालगंज शामिल हैं. उपचुनाव में रामपुर और आजमगढ़ सीटों को जीतने के बावजूद भाजपा ने जोखिम के लिहाज से इन्हें भी रेड जोन में रखा है.
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