यूपी को कर्मभूमि के लिए चुना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य सरकारें अटलजी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मना रही हैं. उनका स्मरण करते हुए उनके मूल्यों और आदर्शों के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का संकल्प भी ले रही हैं. यह वर्ष अटलजी की जन्मशताब्दी वर्ष की शुरुआत भी है. सभी जानते हैं कि 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उनका जन्म हुआ था. लेकिन, उन्होंने कर्म भूमि के रूप में उत्तर प्रदेश को चुनने के साथ ही यहां पर शिक्षा भी ग्रहण की. वहीं आगरा के बटेश्वर को उनकी पैतृक भूमि के रूप में जाना जाता है.
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समाज और राष्ट्र को दी नई दिशा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अटलजी ने समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा दी है. ऐसे में सरकार उनके आदर्शाें को अपनाकर काम करेगी. वहीं सरकार साहित्यिक क्षेत्र में अटल जी की स्मृतियों को भी जीवंत बनाये रखने के लिए ग्राम्य पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसके अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल से लेकर विवि और अन्य एकेडमिक संस्थानों में उनकी साहित्यिक रुचि, पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान के बारे में बताया जायेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले सोशल साइट एक्स पर लिखा कहा कि भारत की आत्मा को झंकृत करने वाले जननेता, भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष, पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. अटलजी के विचार सुशासन की नींव हैं, जो हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे. सभी को ‘सुशासन दिवस’ की शुभकामनाएं.