2 अप्रैल की है घटना
चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट (Lucknow Airport) पर शारजाह से लगभग चार करोड़ रुपये का सोना लेकर पहुंचे 30 तस्कर पुलिस और कस्टम को चकमा देकर फरार हो गए थे. कस्टम ने इस सभी को संदेह के आधार हिरासत में लिया था. ये सभी मंगलवार 2 अप्रैल को शारजाह से आने वाली फ्लाइट से आए थे. लखनऊ पहुंचे इन तस्करों से कस्टम के अधिकारी कई घंटे तक पूछताछ करती रहे. अचानक एक यात्री की तबीयत बिगड़ी, इसी का फायदा उठाकर 30 तस्कर फरार हो गए. 3 अप्रैल को जब कस्टम विभाग ने सरोजनी नगर थाने में एफआईआर कराई तब इसका खुलासा हुआ था.
डीआरआई ने कस्टम को सौंपे थे तस्कर
जांच में पता चला था कि शारजाह की फ्लाइट से 2 अप्रैल को 169 यात्री आए थे. इनमें से 36 तस्कर थे. संदिग्ध गतिविधियों के चलते डीआरआई ने एयरपोर्ट पर पहुंचकर इन सभी को लगेज सहित रोक लिया था. क्योंकि जहाज से सिर्फ 36 लगेज ही उतरे थे, बाकी शारजाह में ही छूट गए थे. लेकिन कस्टम विभाग की लापरवाही से 30 तस्कर फरार हो गए थे.
एक ही गांव के थे सभी तस्कर
शुरुआती पड़ताल में पता चला था कि रामपुर जिस गांव टांडा के ये तस्कर हैं. पुलिस और कस्टम वहां छापेमारी कर रही है. इस गांव से पहले भी 19 लोग पकड़े जा चुके हैं. तस्कर फरार होने की घटना के बाद दिल्ली मुख्यालय ने एयरपोर्ट पर तैनात सहायक कस्टम आयुक्त सहित सभी 8 सदस्यों को निलंबित कर दिया था. कस्टम विभाग ने सहायक आयुक्त और कार्यालय प्रभारी को मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया था.