गिरफ्तारियों की न्यायिक जांच की मांग
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लिखा है कि शासन-प्रशासन किसी ख़ास मंशा से व्यर्थ में ऐसे लोगों को गिरफ़्तार कर रहा है, जो मूल आयोजन स्थल से दूर थे. गिरफ़्तारी के बाद उनको ही दोषी ठहराये जाने की तैयारी कर रहा है. ये गिरफ़्तारियां स्वयं में एक षड्यंत्र हैं. इन गिरफ़्तारियों की तुरंत न्यायिक जांच हो. जिससे उप्र की भाजपा सरकार का खेल जनता के सामने लाया जा सके.
गरीब, दु:खी, वंचित, शोषित पहुंचे थे कार्यक्रम में
सपा अध्यक्ष ने लिखा है कि अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था, तो फिर उसे सत्ता में रहने का कोई हक़ नहीं है. इस कार्यक्रम में आए अधिकतर ग़रीब, दु:खी, शोषित, पीड़ित, वंचित, दमित थे. इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है. जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ़ ही जाना चाहिए.
एक पत्र भी एक्स पर पोस्ट किया
अखिलेश यादव ने हाथरस मामले में गिरफ्तार किए गए राम लड़ैते यादव के बेटे अंकित यादव का एक पत्र भी पोस्ट किया है. जिसमें लिखा है कि उसके पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जबकि इस घटना से उनका कोई लेना देना नहीं है. पुलिस ने हाथरस हादसे के मामले में मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर, राम लड़ैत यादव, उपेंद्र सिंह यादव, मंजू यादव, मेघ सिंह, उमेश कुमार सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है.