बाबा का काफिला गलत रास्ते पर गया
न्यायिक आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव के तीन सदस्यीय आयोग के सामने अब तक 34 प्रत्यक्षदर्शियों ने अपने बयान दर्ज कराए हैं. इनमें से अधिकतर के बयान में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि, उनके सुरक्षाकर्मी और सेवादारों की गलती निकली है. मुगलगढ़ी गांव में रहने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार बाबा ने एनाउंसमेंट किया था कि चरण रज लेकर जाना और इससे तुम्हारे कष्ट दूर हो जाएंगे. उसी अंधविश्वास में जनता उनके काफिले के पीछे भागी. इसी बीच काफिला भी गलत रास्ते पर चला गया. भीड़ बाबा के चरण रज लेने के लिए झुक रही थी और उनके ऊपर अन्य लोग चढ़ते जा रहे थे. जिससे एक के ऊपर लोग दबते चले गए.
बाबा की आर्मी ने जनता से की धक्का-मुक्की
प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार भगदड़ का कारण बाबा की आर्मी थी. जैसे प्रशासन के किसी नेता को जनता की भीड़ के बीच से काफिला निकालने के लिए सुरक्षाकर्मी धक्का-मुक्की करते हैं. वैसे ही बाबा के सुरक्षाकर्मियों ने किया. लोग चरण रज लेने के लिए भाग रहे थे और इन लोगों को कमांडो रोक रहे थे. इन सब के बीच काफिला निकल गया, लेकिन लोग दब गए. प्रत्यक्षदर्शी ने ये भी बताया कि हादसे बाद लोगों को बचाने की जगह घअना को छुपाने की कोशिश की गई. स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासन ने लोगों की मदद की.
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