UP Chuanv 2022: लालगंज विधानसभा सीट पर सवर्ण मतदाताओं का बोलबाला, 2002 के बाद नहीं जीती BJP
2012 में लालगंज सीट सुरक्षित कर दी गई थी. लालगंज विधानसभा सीट पर 7 मार्च को मतदान और 10 मार्च को काउंटिंग होगा.
By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2022 2:35 PM
UP Chuanv 2022: आजमगढ़ जिला का लालगंज विधानसभा सवर्ण बहुल सीट में शामिल है. 1952 में गठन के बाद कांग्रेस के कालिका सिंह पहली बार विधायक बने. यहां 1989 के बाद सवर्णों का वर्चस्व समाप्त होता गया. 1996 में बीजेपी के नरेंद्र सिंह विधायक चुने गए थे. 2012 में लालगंज सीट सुरक्षित कर दी गई थी. लालगंज विधानसभा सीट पर 7 मार्च को मतदान और 10 मार्च को काउंटिंग होगा.
लालगंज सीट का सियासी इतिहास
1952- कालिका सिंह- कांग्रेस
1957- तेज बहादुर सिंह- निर्दलीय
1962- सत्यदेव सिंह- प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
1967, 1969, 1974- त्रिवेणी राय- कांग्रेस
1977- ईशदत्त यादव- जनता दल
1980- त्रिवेणी राय- कांग्रेस
1982 (उपचुनाव)- रवींद्र राय- कांग्रेस
1985, 1989- श्रीप्रकाश सिंह उर्फ ज्ञानू- जनता पार्टी