महेश चंद्र गुप्ता 2002 में पहली बार बने विधायक
नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता को 1996 में बीजेपी ने सहसवान विधानसभा से मुलायम सिंह यादव के सामने उतारा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा. 2007 में वह बदायूं सदर सीट से विधायक बनें. 2012 में इस सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा, वहीं, 2017 में उन्होंने फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने.
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बीजेपी ने 2022 में एक बार फिर से बदायूं सदर सीट से महेश चंद्र गुप्ता पर दांव खेला है. इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इसके अलावा, यहां दलित, वैश्य, मौर्य, शाक्य, क्षत्रिय, ब्राह्मण मतदाता भी रहते हैं. देखें किस पार्टी से कौन हैं प्रत्याशी,
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बदायूं सदर में मतदाता
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कुल मतदाता- 3,75,370
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पुरुष- 2,00,172
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महिला- 1,75,178
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थर्ड जेंडर- 20
सपा-बीजेपी का दबदबा
बदायूं जिले में छह विधानसभा सीट है. इनमें सहसवां, शेखूपुर, बिसौली, बिल्सी, दातागंज और बदायूं सदर शामिल है. बदायूं सदर सीट पर 2017 में बीजेपी के महेश चंद्र गुप्ता ने सपा के आबिद रजा खान को 16 हजार 467 वोटों से हराया था. इससे पहले 2012 में आबिद रजा खान ने यहां से जीत दर्ज की. इस सीट से 2002 में बसपा के विमल कृष्ण अग्रवाल यहां से विधायक बने थे.
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बदायूं सदर सीट का सियासी इतिहास
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2017- महेश चंद्र गुप्ता- बीजेपी
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2012- आबिद रजा खान- सपा
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2007- महेश चंद्र- बीजेपी
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2002- विमल कृष्ण अग्रवाल उर्फ पप्पी- बसपा
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1996- प्रेम स्वरूप पाठक- बीजेपी
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1993- जुगेंदर सिंह- सपा
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1991, 1989- कृष्ण स्वरूप- बीजेपी
Posted By: Achyut Kumar