राज्यसभा चुनाव में हुई थी क्रॉस वोटिंग
फरवरी 2024 में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में इन तीनों विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी. इस वजह से बीजेपी के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ को जीत मिली, जबकि सपा के तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन को हार का सामना करना पड़ा था. सपा के केवल दो उम्मीदवार, जया बच्चन और रामजीलाल सुमन, ही जीत सके थे. ऐसे में पार्टी की तरफ से करीब डेढ़ साल बाद इन बागी विधायकों पर कार्रवाई की गई है.
कुल 7 विधायकों ने किया था क्रॉस वोटिंग
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव में सपा के कुल 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी. इनमें राकेश पांडे, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल और आशुतोष मौर्या भी शामिल हैं. हालांकि, पार्टी ने इन चारों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की है. पार्टी नेतृत्व का कहना है कि इनके व्यवहार पर नजर रखी जा रही है, लेकिन कड़ा अल्टीमेटम दिया गया है.
विचारधारा के विपरीत की गतिविधियां अक्षम्य
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर करते हुए इन तीनों विधायकों पर तंज भी कसा है. पार्टी ने कहा कि ये जहां भी रहें, विश्वसनीय रहें. इसके अलावा, अन्य विधायकों को चेतावनी भी दी है कि भविष्य में जन विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाले लोगों के लिए पार्टी में कोई भी जगह नहीं रहेगा. साथ ही पार्टी की मूल विचार के विपरीत की गतिविधियां अक्षम्य मानी जाएंगी.