UP Politics: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी मामले में दिए बयान की जहां पूरे देश में चर्चा हो रही है, वहीं इसके बाद भाजपा के तमाम बड़े नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े विहिप और अन्य संगठन इसके समर्थन में बयान देने में जुट गए हैं. इसे भाजपा की लोकसभा चुनाव की रणनति का अहम हिस्सा माना जा रहा है. भाजपा एक बार फिर अपने धार्मिक एजेंडे को धार देने में जुट गई है. ऐसे में सत्तापक्ष के चक्रव्यूह में फंसने से बचने के लिए समाजवादी पार्टी ने इन मुद्दों से किनारा करने का निर्णय किया है.
संबंधित खबर
और खबरें