यूपी में सुल्तानपुर के कुड़वार में खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) की डांट से क्षुब्ध होकर प्रधानाध्यापक सूर्य प्रकाश द्विवेदी ने विषाक्त पदार्थ खाकर जान दे दी थी. इस मामले में में आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) मनोजीत राव के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. एफआईआर की कॉपी मिलने के बाद परिजनों ने प्रधानाध्यापक का अंतिम संस्कार किया. वहीं जिले में तैनात सभी खंड शिक्षा अधिकारियों ने मनोजीत राव के खिलाफ दर्ज हुए एफआईआर को वापस लेने के लिए एक दिवसीय पेन डाउन हड़ताल का निर्णय लिया था. जिसके लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शिक्षक संगठन एवं असामाजिक तत्वों के खिलाफ हड़ताल करने की मांग की थी. जिसको गोरखपुर-फैजाबाद स्नातक एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने संज्ञान में लेते हुए सदन में विरोध जताया है. उन्होंने जिले में तैनात सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग के लिए सदन में प्रस्ताव रखा है. उन्होंने कहा कि जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को सौंपे पत्र में विधायक/सांसद एवं एमएलसी के लिए असामाजिक तत्व शब्द का प्रयोग करना घोर निंदनीय एवं अपमानित करने वाला है. यह शब्दावली उच्च सदन के गौरव पर सीधा हमला है. मेरे और वहां के स्थानीय एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह के विशेषाधिकारों का हनन है. मैं सदन में जनप्रतिनिधि के विशेषाधिकारों के हनन करने वाले आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग करता हूं.
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