Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधनों में मची हलचल से नए संकेत उभरे हैं. रालोद प्रमुख जयन्त चौधरी बेंगलुरु में कांग्रेस की अगुआई वाली विपक्ष की बैठक में पहुंचे हैं लेकिन बयान और ट्वीट ने सस्पेंस बढ़ा दिया है. जयन्त के निर्णय से पश्चिम उप्र में जाट राजनीति की दिशा तय होगी. अगर वो भाजपा गठबंधन के साथ आए तो पार्टी में चौधराहट की जंग खत्म होगी , वहीं राजस्थान , हरियाणा और पंजाब तक असर पड़ेगा. विपक्ष में खड़े हुए तो जाट वोटर दो ध्रुवों में बंटेंगे , जहां भारी खींचतान होगी. पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक अकेले पड़ सकते हैं.
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