उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से महाधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने देश की सर्वोच्च अदालत को याची की अपील को खारिज करने की मांग की. कोर्ट ने पूछा कि अतीक अहमद और उसके भाइ अशरफ को एंबुलेंस (पुलिस वाहन) से सीधे अस्प्ताल क्यों नहीं ले जाया गया. हमने घटना को टीवी पर देखा. अभियुक्तों (माफिया भाइयों) की परेड क्यों कराई गयी. इस पर मुकुल रोहतगी ने यूपी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि मामले की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया गया है.
माफिया और उसके भाई की हत्या को राज्य पोषित अपराध बताते हुए पूर्व आईपीएस व अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम का दरवाजा खटखटाया है.लेटर पिटिशन दाखिल करके हुए सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि चर्चित मामले की सुप्रीम कोर्ट अथवा हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच करायी जाए. अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में घटना स्थल का दौरा भी किया था. सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति गठित करने की मांग वाली इस याचिका पर कोर्ट अगले महीने सुनवाई करेगा.
13 अप्रैल को एसटीएफ ने झांसी में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित अतीक अहमद के बेटे असद और उसके गुर्गे गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया था. सरकार केा इस मामले में भी जवाब दाखिल करना है. 13 अप्रैल को प्रयागराज में मेडिकल चेकअप के लिए मेडिकल कॉलेज के अंदर अतीक अहमद और अशरफ को मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों ने गोली मार दी थी.
चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को नये सबूत मिले हैं. प्रयागराज में माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन की ससुराल से कई तस्वीरें मिली हैं. इसके साथ ही प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल, शाइस्ता परवीन, अतीक की बहन शेहला और उनके वकील के बीच कथित बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी जब्त सामान में है.