बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप
यूपी एमएलसी इलेक्शन 2022 में निरक्षर, अशक्त, नेत्रहीन मतदाता को मतदान के लिए सहयोगी की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. इसकी सूची तैयार की जा रही है. समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के दबाव में रिटर्निंग ऑफिसर आयोग के दिशा-निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं. दबाव में अधिकारी भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशन की अनदेखी करके मनमाने ढंग से नियमों के विपरीत बीजेपी को लाभ पहुंचाएंगे.
प्रत्याशियों को नहीं दी जा रही सूची: नरेश पटेल
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि बड़ी संख्या में मतदाता को सहयोगी की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी, लेकिन प्रत्याशियों को ये सूची उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. जिससे स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक चुनाव होने पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है.
समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि यूपी एमएलसी चुनाव 2022 में (स्थानीय प्राधिकार) मतदाता को मतदान के लिए सहयोगी उपलब्ध कराये जाने के लिए चिन्हित (मार्क्ड) सहयोगी बनाने की सत्यता की उच्चस्तरीय जांच कराई जाये. साथ ही सहयोगी की सूची मतदेय स्थलवार प्रत्याशियों को तत्काल उपलब्ध कराई जाये, जिससे कि पारदर्शी व स्वतंत्र चुनाव हो सके.
9 अप्रैल को होना है मतदान
यूपी एएमएलसी चुनाव 2022 के लिए 9 अप्रैल को मतदान होना है. इस चुनाव में भी विधानसभा चुनाव की तरह ही दिव्यांग व अशक्त लोगों को मतदान के लिए सहयोगी दिए जाएंगे. समाजवादी पार्टी ने इस व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए भारत निर्वाचन आयोग से जांच की मांग की है.
उधर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चार ब्लॉक प्रमुखों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण निष्कासित कर दिया गया है. असोहा के ब्लॉक प्रमुख बीतेंद्र यादव, औरास के ब्लॉक प्रमुख ज्ञानेंद्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि गंजमुरादाबाद विवेक पटेल और ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि बांगरमऊ अर्जुन दिवाकर को पार्टी से निष्कासित किया गया है. सभी को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है.