शिकायत के बावजूद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
यूपी के प्रतापगढ़ में चिलबिला बाजार निवासी मक्खनलाल जायसवाल की मौत के बाद छह बेटों के बीच मौर्या चौराहे पर स्थित तीन दुकानों को लेकर विवाद चल रहा है. मक्खनलाल की एक दिव्यांग बेटी 45 वर्षीय कंचन जायसवाल अपने भाई अश्वनी, मनीष व हर्षित के साथ रहती थी. सचिन, ऋषि और शशि अलग रहते हैं. आरोप है कि चौराहे पर स्थित अपने हिस्से की दुकानों को सचिन, ऋषि व शशि ने कुछ दबंग लोगों के नाम एग्रीमेंट कर दिया. दबंगों ने बीते दिनों बिल्डिंग में जबरन ताला लगा दिया और सीसीटीवी कैमरे तोड़ डाले. पीड़ित दिव्यांग युवती ने अपने भाइयों के साथ पुलिस से शिकायत की और मदद की गुहार लगाई. आरोप है कि पुलिस मामले में निष्क्रिय बनी रही. इससे आहत होकर दिव्यांग युवती रविवार को ब्यूटी पार्लर की दुकान पर पहुंची फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
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आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे लोग
घटना से नाराज लोगों ने प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग पर जाम लगा दिया. उन्होंने मौके पर पहुंची चिलबिला चौकी प्रभारी समेत पुलिसकर्मियों को दौड़ा लिया. माहौल बिगड़ता देख आसपास की दुकानें लोगों ने बंद कर दीं. कुछ लोगों ने आरोपियों के शोरूम पर पथराव भी किया. जानकारी मिलने पर पुलिस के आलधिकारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी विद्या सागर मिश्रा, सीओ सिटी करिश्मा गुप्ता, सीओ सदर अमरनाथ गुप्ता ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन, नाराज लोग आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे. इसके बाद एसपी सतपाल अंतिल मौके पर पहुंचें, जहां परिजनों ने उनके सामने पुलिसकर्मियों पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया. इसके बाद पुलिस ने बंद दुकानों को खुलवाया. वहीं पीड़ित लोगों को सुरक्षा, आरोपियों पर कार्रवाई और 50 लाख रुपए आर्थिक मदद को लेकर आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने जाम खोला. वहीं दुकान खुलवाकर फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए. प्रकरण को लेकर पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
मुख्यमंत्री जी! ये खुदकुशी मैं अपनी मर्जी से नहीं कर रही हूं
वहीं दिव्यांग युवती ने खुदकुशी से पहले फेसबुक पर एक वीडियो बनाकर वायरल किया. इसमें उसने बताया कि किस तरह से उसको भू माफिया की ओर से परेशान करते हुए बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है. उसने कहा कि मुख्यमंत्री जी ये खुदकुशी मैं अपनी मर्जी से नहीं कर रही हूं. मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. उसने एक पत्र भी वायरल किया है, जो उसने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा था. फेसबुक पर अपलोड वीडियो में कंचन ने भाइयों पर संपत्ति में हिस्सा नहीं देने का भी आरोप लगाया. कहा जा रहा है कि कंचन किसी तरह ब्यूटी पार्लर चलाकर अपनी जीविका चला रही थी. बंटवारे में उसके भाइयों ने संपत्ति आपस में बांट ली और उसे हिस्सा नहीं दिया. वहीं संपत्ति खरीदने वाले भू माफिया कब्जा पाने के लिए उसे बेदखल करने का प्रयास करने लगे. उसे पुलिस से मदद की उम्मीद थी. लेकिन, वहां से भी निराशा हाथ लगी. मजबूरी में उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. प्रकरण में लोगों की नाराजगी और पुलिस की लापरवाही के मद्देनजर पूरी पुलिस चौकी को निलंबित किया गया है.