‘आप स्कूल में एडमिशन करवा दो…’ नन्हीं बच्ची ने सीएम योगी से की भावुक अपील, देखें वीडियो
Viral Video: जनता दर्शन में मुरादाबाद की एक बच्ची ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्कूल में दाखिले की गुजारिश की. सीएम ने तुरंत अधिकारियों को मनचाहे स्कूल में दाखिला कराने का निर्देश दिया. बच्ची की मासूमियत और सीएम का जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
By Shashank Baranwal | June 23, 2025 1:32 PM
Viral Video: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम के दौरान लोगों की समस्याएं सुनीं. इसी दौरान मुरादाबाद से आई एक नन्हीं बच्ची वाशी ने जब मुख्यमंत्री से स्कूल में दाखिले की गुज़ारिश की तो योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ उसकी बात गंभीरता से सुनी, बल्कि तुरंत अधिकारियों को उसके मनपसंद स्कूल में एडमिशन कराने का निर्देश भी दिया. इस दिल छू लेने वाले पल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
#WATCH | Lucknow, Uttar Pradesh | During 'Janta Darshan', a girl requested Chief Minister Yogi Adityanath to get her enrolled in school. The CM interacted with her and instructed the officials to get the girl enrolled pic.twitter.com/wuH3xAfNbD
वाशी ने बातचीत में बताया कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर बहुत खुश है. उसने कहा कि मैं योगी जी से मिली और उनसे कहा कि मुझे स्कूल में दाखिला दिला दीजिए. उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं किस स्कूल में पढ़ना चाहती हूं और कौन-सी कक्षा में. उन्होंने कहा कि वह मेरी मदद करेंगे. वाशी ने यह भी बताया कि सीएम योगी ने उसे बिस्किट और चॉकलेट भी दी.
#WATCH | Lucknow, Uttar Pradesh: Vashi, who met CM Yogi Adityanath, says, "I met Yogi ji. I asked him to get me enrolled in a school. He said he would get it done. I have come from Moradabad. He gave me biscuit and chocolate." https://t.co/LmnVGPB3XApic.twitter.com/MnmIOABITM
जनता दर्शन कार्यक्रम में इस बार प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से करीब 65 से अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने हर पीड़ित के पास खुद जाकर उनकी बात सुनी, आवेदन पत्र लिया और समाधान के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की हर जनता की सेवा, सुरक्षा और सम्मान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. गौरतलब है कि सीएम योगी का यह कार्यक्रम पिछले 8 वर्षों से सरकार इसी उद्देश्य के साथ काम कर रही है.