श्री घोष ने राज्य सरकार (Mamata government) की घोषणा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि लॉकडाउन के आरंभ में मुख्यमंत्री खुद सड़क पर उतरीं. लोगों को स्वच्छता की जानकारी दी. कभी खुद सड़क पर उतर कर राशन बांटा. उनके पार्टी के लोगों ने भी ऐसा ही किया. उन्होंने खुद कभी भी लॉकडाउन स्वीकार नहीं किया.
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हालांकि, श्री घोष ने कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus infection) से लोगों की सुरक्षा के लिए लॉकडाउन जरूरी है. वहीं, लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य सरकार को विशेष प्रयास करनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दक्षिण 24 परगना के कंटेंनमेंट जोन की सूची पर आपत्ति जताते हुए उसे रद्द कर नयी सूची बनाने का आदेश पर टिप्पणी करते हुए श्री घोष ने कहा कि विशेषज्ञों से परामर्श कर मुख्य सचिव, गृह सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों ने तय किया था. उसे तुरंत बदल दिया गया. इसका कोई मतलब नहीं है. इससे साफ है कि यह निर्णय राजनीतिक रूप से किया जा रहा है. इसका कोई परिणाम नहीं निकलेगा.
मालूम हो कि बुधवार (8 जुलाई, 2020) को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने राज्य के कंटेनमेंट जोन में 7 दिनों के लिए लाॅकडाउन बढ़ाने की घोषणा की थी. कंटेनमेंट जोन में यह लॉकडाउन गुरुवार (9 जुलाई, 2020) शाम 5 बजे से लागू हो रहा है. 7 दिनों के बाद स्थिति की समीक्षा के बाद इलाकों में सुधार देखते हुए धीरे-धीरे ढील दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा, वहां उन्होंने ‘सुफल बांग्ला’ स्टॉल लगाने के लिए कहा गया है.
Posted By : Samir ranjan.