श्री खान ने कहा कि पिछले 2 दिनों में पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना में भाजपा के 2 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी और उन्हें फंदे पर लटका दिया गया. इसके पहले भी भाजपा विधायक की हत्या इसी प्रकार की गयी थी और उन्हें आत्महत्या करार दिया गया था. इसी तरह से इन मामलों को भी आत्महत्या करार दिया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि हर दिन राज्य में किसी ने किसी भाजपा कार्यकर्ता की हत्या हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इन हत्या को तृणमूल समर्थिक पुलिस और प्रशासन आत्महत्या करार दे रही है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की सीबीआइ जांच होगी, तभी सच्चाई सामने आयेगी.
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. जिस तरह से केंद्र सरकार ने दिल्ली में हस्तक्षेप किया, तो वहां की स्थिति सुधरी है, उसी तरह से श्री शाह राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर हस्तक्षेप करें, ताकि बंगाल के लोगों को राहत मिले. उन्होंने कहा कि श्री शाह ने उन लोगों की बातें सुनी और विचार का आश्वासन दिया है.
मालूम हो कि 20 जुलाई, 2020 को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह(Amit shah) से मुलाकात कर उन्हें बंगाल की परिस्थितियों के बारे में अवगत कराये थे. इस दौरान राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री से पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर चिंता भी जतायी थी. राज्यपाल ने यह भी कहा था कि राज्य सरकार का गैर संवेदनशील रूख सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी भी मुद्दे पर राज्य सरकार संवाद नहीं करना चाहती है. बंगाल में राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ अराजकता का माहौल है. सत्तारूढ़ पार्टी विरोधी पार्टियों को निशाना बना रही है. इससे यहां कानून व्यवस्था का हाल काफी चिंताजनक है.
Posted By : Samir Ranjan.