मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में फिलहाल 56 टेस्टिंग लैब है, लेकिन इनमें से 26 छोटे हैं. रोजाना फिलहाल 16 हजार टेस्ट किये जा रहे हैं. 15 अगस्त तक इसे 25 हजार तक ले जाने की योजना है. राज्य की रिकवरी रेट भी 64.9 फीसदी है. गंभीर मरीजों की तादाद केवल 5 फीसदी है. राज्य में चिकित्सा नि:शुल्क हो रही है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का बकाया 53 हजार करोड़ रुपये उसे दिये जाये. इसके अलावा जीएसटी कंपेन्सेशन के 4,135 करोड़ रुपये भी उसे अब तक नहीं मिले हैं. एफआरबीएम में बढ़ायी गयी छूट पर लगी शर्तों को मुख्यमंत्री ने वापस लेने का आग्रह किया.
उन्होंने यह भी कहा कि अम्फन से हुए नुकसान के बाद प्रधानमंत्री के आश्वासन और केंद्रीय टीम के दौरे के बाद अब तक अग्रिम सहायता राशि के तौर पर 1000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त और कुछ नहीं मिला है. मुख्यमंत्री ने यूजीसी के हालिया दिशानिर्देश जिसमें विश्वविद्यालयों में अनिवार्य रूप से परीक्षा आयोजित करने के लिए कहा गया था, उस पर प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य के सेफ होम, कोविड क्लब और टेली मेडिसिन सुुविधाओं की भी जानकारी दी. साथ ही आशा कर्मियों द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में भी बताया.
Posted By : Samir Ranjan.