Abhishek Banerjee : भाजपा महिला उम्मीदवार पर ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी करने पर अभिषेक बनर्जी के खिलाफ आयोग में शिकायत
Abhishek Banerjee : भाजपा की मांग है कि इस टिप्पणी के लिए सजा के तौर पर तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया जाए.
By Shinki Singh | April 25, 2024 12:55 PM
Abhishek Banerjee : पश्चिम बंगाल में तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) पर भाजपा की महिला उम्मीदवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगा है. इसे लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई है. भाजपा नेता शिशिर बजोरिया की ओर से चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है कि अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भाजपा विधायक और मालदा दक्षिण से भाजपा की उम्मीदवार श्रीरूपा मित्रा चौधरी के खिलाफ अभद्र और नारी-द्वेषी टिप्पणी की है.
भाजपा की मांग अभिषेक बनर्जी के चुनाव प्रचार पर लगे रोक
भाजपा द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो के मुताबिक, अभिषेक बनर्जी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा, ‘आप निडर नहीं हैं, आप निर्दयी हैं, आप निर्भीक हैं, आप लक्ष्यहीन हैं, आप असफल हैं. उनकी मांग है कि इस टिप्पणी के लिए सजा के तौर पर तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया जाए. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भाजपा नेता दिलीप घोष ने भी मुख्यमंत्री पर ऐसी टिप्पणी कर दी थी कि चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया था. पार्टी के वरिष्ठ नेतओं ने भी कहा कि भाजपा महिलाओं का सम्मान करती है और इस तरह दिलीप घोष की अभद्र टिप्पणी की निंदा की थी और एक बार फिर अभिषेक बनर्जी का मामला गरमा गया है.
Abhishek Banerjee's disgusting tirade against Sreerupa Mitra Chowdhury, resorting to abusive slurs like 'BEHAYA' (বেহায়া), epitomizes the toxic culture of misogyny and disrespect rampant in Bengal.
तृणमूल ने भाजपा पर पलटवार किया है. तृणमूल एक एक्स हैंडल पर शुभेंदु अधिकारी के भाषण का एक कोलाज वीडियो पोस्ट किया गया है. जहां दिखाया गया है कि कैसे उन्होंने बेलगाम भाषा में राज्य के मुख्यमंत्री और प्रशासन पर हमला बोला है. उन्होंने तृणमूल का कहना है कि भाजपा पार्टी के नेता खुद महिलाओं के लिये अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते है और बाद में संदेशखाली का मामला उठाकर बंगाल की जनता को बेवकूफ बनाने में लगे हुए हैं.
Oh, the irony! Those who indulge in gratuitous use of hate speech and attack the only female CM in India in the most foul and derogatory language imaginable are now delivering sermons on 'Nari Samman.'