Kolkata Uttar Lok Sabha Seat : सुदीप बंद्योपाध्याय की राह में तापस का रोड़ा, कैसे पार होगा बेड़ा
Kolkata Uttar Lok Sabha Seat : राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार रोमांचक हो सकता है. जबकि तृणमूल उम्मीदवार लगातार चौथी बार अपनी जीत को दोहराने के इरादे से मैदान में उतरे हैं.
By Shinki Singh | May 29, 2024 6:06 PM
Kolkata Uttar Lok Sabha Seat : पश्चिम बंगाल के कोलकता उत्तर (Kolkata Uttar) लोकसभा क्षेत्र को तृणमूल का गढ़ कहा जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. यहां पिछले तीन लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली है. लेकिन इस बार चुनावी माहौल गर्म है. तृणमूल उम्मीदवार सुदीप बंद्योपाध्याय को अपने ही पुराने साथी तापस राय से कड़ी टक्कर मिल सकती है. तृणमूल और भाजपा के उम्मीदवार अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. चुनाव प्रचार में सभी दलों के उम्मीदवार जुटे हुए थे. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र का चुनाव इस बार रोमांचक हो सकता है. जबकि तृणमूल उम्मीदवार लगातार चौथी बार अपनी जीत को दोहराने के इरादे से मैदान में उतरे हैं.
कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट पर एक नजर
कोलकाता उत्तर की कुल आबादी 1778600 है. यहां 100% शहरी आबादी है. यानी पूरी तरह से यह शहरी इलाका है. सही मायनों में वैश्विक आबादी यहां रहती है. सभी धर्मों के लोगों से लेकर अलग-अलग प्रदेशों के लोगों का यहां बसेरा है. बांग्लाभाषियों के अलावा यहां बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, राजस्थान से आकर बसे लोग भी रहते हैं. इसके अलावा एक बड़ी आबादी मुस्लिमों की भी है. कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का अनुपात क्रमशः 4.84 और 0.18 है. 2021 की मतदाता सूची के अनुसार, इस निर्वाचन क्षेत्र में 1444082 मतदाता हैं.
साल 2019 के संसदीय चुनाव में मतदाता मतदान 65.83% हुआ था, जबकि 2014 के संसदीय चुनाव में यह 66.68% था. तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को 49.96%, 36.59%, 7.48% और 2.74% वोट मिले थे, जबकि 2019 के संसदीय चुनाव में क्रमशः टीएमसी, भाजपा, माकपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को 35.96%, 25.89%, 20.51% और 13.68% वोट मिले थे.
सुदीप बंद्योपाध्याय ने 2014 के में अपनी सफलता का परचम लहराया
सुदीप बंद्योपाध्याय ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अपनी सफलता का परचम लहरा दिया. हालांकि इस बार उनका वोट घट गया था. 3.43 लाख वोटों के साथ उन्हें कुल वोटों का 35.94 फीसदी ही मिला. यानी उनके वोटों में करीब 17 फीसदी की गिरावट थी. भाजपा के उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया. उन्हें 2.47 लाख वोट मिले. इस बार माकपा उम्मीदवार रूपा बागची तीसरे स्थान पर फिसल गयीं. यानी वोट घटने के बावजूद सुदीप बंद्योपाध्याय अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे.
2019 के लोकसभा चुनाव में सुदीप बंद्योपाध्याय ने अपनी स्थिति बेहतर कर ली. 4.74 लाख वोटों के साथ एक बार फिर उन्होंने जीत दर्ज की. इस बार उन्हें कुल वोटों का 49.96 फीसदी मिला. जबकि भाजपा उम्मीदवार राहुल सिन्हा 3.47 लाख वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें कुल वोटों का 10.71 फीसदी मिला. माकपा उम्मीदवार कनीनिका बोस घोष को महज 71 हजार वोट मिले.
कोलकाता उत्तर लोकसभा क्षेत्र में इस बार चुनावी रण को तीन ‘कांग्रेसियों’ की लड़ाई भी कहा जा रहा है. उल्लेखनीय है कि इस बार यहां से तृणमूल के उम्मीदवार सुदीप बंद्योपाध्याय और भाजपा के उम्मीदवार तापस राय, दोनों ही कभी कांग्रेसी थे. जबकि कांग्रेस की ओर से प्रदीप भट्टाचार्य चुनाव लड़ रहे हैं. यानी कहा जा सकता है कि चुनावी दंगल में तीन कांग्रेसी हैं. हालांकि चुनावी विशेषज्ञों की मानें तो मूल लड़ाई तृणमूल और भाजपा के बीच है.