तीनों आरोपियों के साथ गार्ड को वारदात स्थल पर ले जाकर पुलिस ने रीक्रिएट किया सीन

कसबा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में गत 25 जून की शाम 7.30 बजे से लेकर रात 10.50 बजे के बीच एक लॉ छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना का पुलिस ने शुक्रवार को पुनरावलोकन (रीक्रियेट) किया

By SUBODH KUMAR SINGH | July 5, 2025 1:03 AM

पुलिस ने पूरी घटना की 3डी मैपिंग की संवाददाता, कोलकाता कसबा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में गत 25 जून की शाम 7.30 बजे से लेकर रात 10.50 बजे के बीच एक लॉ छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना का पुलिस ने शुक्रवार को पुनरावलोकन (रीक्रियेट) किया. पुलिस सूत्र बताते हैं कि मुख्य आरोपी मनोजीत को लेकर पुलिस की टीम कॉलेज पहुंची थी. वहां उसके साथ जैब अहमद और परमित मुखर्जी भी वहां लाया गया था. सुबह 4.10 बजे तीनों को लेकर पुलिसकर्मी वारदात स्थल पर पहुंचे थे. इसके 20 मिनट बाद गिरफ्तार सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को भी वहां लाया गया. चारों को वहां लाकर उस दिन की घटना का पुनरावलोकन किया गया. इसमें करीब पांच घंटे का समय लगा. पुनरावलोकन से मिली जानकारी का पीड़िता के बयान से मिलान किया जायेगा. पूरे पुनरावलोकन की 3डी मैपिंग की गयी. यह जांच में उपयोगी हो सकता है. इसके पहले आरजी कर में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म व हत्या की घटना में भी सीबीआइ ने इसी 3डी मैपिंग का सहारा लिया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, कॉलेज के सामने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. उनके सामने घटना का पुनरावलोकन किया गया, जो यह सुबह आठ बजे तक जारी रहा. इसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर फिर कॉलेज से निकल गयी. इससे पहले पुलिस ने पीड़िता को घटनास्थल पर ले जाकर घटना का रीक्रियेशन कराया था. वहां पीड़िता की शिकायत के मुताबिक 25 जून की शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे तक उसके साथ दरिंदगी की गयी. सबसे पहले कॉलेज के यूनियन रूम में उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गयी. इसके बाद उसे गार्ड के रूम में ले जाकर दुष्कर्म किया गया. सुरक्षागार्ड को आठ जुलाई तक पीसी कोलकाता. कसबा इलाके में लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप की घटना में गिरफ्तार कॉलेज के सुरक्षागार्ड पिनाकी बंद्योपाध्याय के पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद उसे शुक्रवार को दोबारा अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया था. अदालत सूत्र बताते हैं कि इस दौरान सरकारी वकील ने बताया कि गवाहों के बयानों के साथ आरोपी के बयान की पुष्टि की जायेगी. बाकी आरोपियों से आमने-सामने पूछताछ की जरूरत है. आरोपी के बयानों के साथ घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जायेगी. घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करना बाकी है. अपराध करने के बाद आरोपी क्या कर रहा था? जांच के दौरान जुटाये गये सबूतों से इसकी पुष्टि किया जाना है. आसपास के सबूतों की जांच की जायेगी. इसमें कोई और शामिल है या नहीं, इसकी जांच करना बाकी है, इन सभी जांच के लिए फिलहाल पिनाकी से पूछताछ की जरूरत है. इसके कारण उसके पुलिस हिरासत की अवधि को बढ़ाई जाये. अदालत ने दोनों पक्ष की बातों को सुनने के बाद पिनाकी बंद्योपाध्याय की पुलिस हिरासत की अवधि को आठ जुलाई तक बढ़ाने का निर्देश दिया.

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