मालूम हो कि केंद्र सरकार की नेशनल सोशल असिस्टेंस प्रोग्राम (NSAP) के तहत विभिन्न कैटगरी में पेंशन पानेवाले लाभुकों को 400 से 600 रुपये मिलते थे. राज्य सरकार ने अप्रैल 2020 के इस स्कीम का नाम जय बांग्ला कर दिया और सभी लाभुकों को 1000 रुपये माहवारी पेंशन देने की घोषणा कर दी. केंद्र सरकार से प्राप्त राशि के अलावा जो अतिरिक्त राशि बढ़ाई गयी उसका पूरा भुगतान राज्य सरकार करती है.
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पश्चिम बर्दवान जिले में जय बांग्ला स्कीम के तहत 8644 विधवा, 79 वर्ष के नीचे के 4817, 80 वर्ष के ऊपर के 1551 और 66 दिव्यांग को प्रतिमाह 1000 रुपये पेंशन मिलती है. जिला पंचायत ग्रामीण विकास अधिकारी तमोजित चक्रवर्ती ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर स्कीम के सभी लाभुकों को अगस्त माह के साथ सितंबर माह की पेंशन का अग्रिम भुगतान किया गया. इस मद में 3,01,56,000 रुपये का भुगतान लाभुकों के खाते में भेजा गया है.
जिला पंचायत ग्रामीण विकास कार्यालय (डीपीआरडीओ) के अधिकारी और कर्मचारी नियमित ड्यूटी पर लगे हैं. जिला के विभिन्न विभागों में रोस्टर के आधार पर कर्मचारी कार्य पर आ रहे हैं, लेकिन इस कार्यालय में रोस्टर नहीं है. इस कार्यालय से ग्राम पंचायत और पंचायत समिति कार्यालय के कर्मचारियों का वेतन, केंद्रीय वित्तीय कमीशन, राज्य वित्तीय कमीशन, माटिर सृष्टि के कार्य का सारा फंड आवंटित होता है. यह विभाग के कर्मी यदि रोस्टर में चले जायेंगे तो जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य की गति प्रभावित हो सकती है. डीपीआरडीओ श्री चक्रवर्ती ने कार्यालय के कर्मियों को कोरोना योद्धा की संज्ञा दी.
Posted By : Samir Ranjan.