West Bengal Election 2026 : डूबते जहाज में नहीं बैठेंगी ममता बनर्जी, टीमएसी ने कहा- कांग्रेस से गठबंधन कतई नहीं
West Bengal Election 2026 : टीएमसी 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका ऐलान किया.
By Amitabh Kumar | February 11, 2025 12:44 PM
West Bengal Election 2026 : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी 2026 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन से उन्होंने इनकार किया है. इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने जोर देकर कहा कि बजर्नी को कांग्रेस के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिए. टीएमसी प्रमुख ने सोमवार को दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनावों में विपक्ष की विफलता के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. पार्टी ने 2026 के पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन की संभावना से इनकार किया.
ममता बनर्जी की टीएमसी द्वारा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने पर पार्टी सांसद कीर्ति आज़ाद ने कहा, ”हमने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी. हमने उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले भी बुलाया था. वे नहीं आए क्योंकि उन्हें लगता है कि वे सब कुछ कर सकते हैं. कांग्रेस एक डूबता जहाज है. ममता बनर्जी ने जो कहा वह सही था.” ममता बनर्जी ने अपने विधायकों और मंत्रियों से यह भी कहा कि टीएमसी 294 सीटों वाली राज्य विधानसभा में दो-तिहाई बहुमत के साथ 2026 का चुनाव अपने दम पर जीतेगी.
#WATCH | Delhi: On Mamata Banerjee's TMC to contest West Bengal assembly elections independently, TMC MP Kirti Azad says, "We tried (to contest elections) with the Congress… But they don't listen. We also called them before the Lok Sabha elections. They did not come because… pic.twitter.com/R5Etl7EnFs
ममता बनर्जी की बैठक में शामिल एक मंत्री ने कहा, ”मुख्यमंत्री ने कहा कि आप ने हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की मदद नहीं की और कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में आप की मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि ऐसी बातें अस्वीकार्य हैं. बंगाल में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है.”
शिवसेना नेता संजय राउत ने क्या कहा?
उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस हमेशा लोकसभा या विधानसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ती रही है. हालांकि, उन्होंने सुझाव दिया कि चूंकि कांग्रेस इंडिया ब्लॉक का एक बड़ा हिस्सा है, इसलिए टीएमसी सुप्रीमो को हमेशा कांग्रेस के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिए.