West Bengal: संदेशखाली में नहीं थम रहा बवाल, ग्रामीणों ने TMC नेता को पीटा
West Bengal: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ग्रामीणों ने टीएमसी नेता अजित मैती की पिटाई कर दी. ग्रामीणों ने उनके घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की.
By Pritish Sahay | February 23, 2024 10:24 PM
West Bengal: पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता अजित मैती पर हमला हुआ है. भीड़ ने उनके साथ मारपीट की. मैती ने कहा कि मुझ पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि मैं टीएमसी नेता हूं. मेरी बाइक तोड़ दी गई और उन्होंने मेरी पत्नी पर भी हमला किया. मेरी बेटी की परीक्षा है लेकिन वह अब डरी हुई है कि हम पर दोबारा हमला होगा. उन्होंने मेरे एक स्टोरेज रूम में भी आग लगा दी. वे मेरे बारे में गलत आरोप लगा रहे थे. जांच होने दीजिए और अगर मैं दोषी हूं तो पुलिस मुझे गिरफ्तार कर सकती है.
टीएमसी नेता अजित मैती ने कहा, "मुझ पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि मैं टीएमसी नेता हूं। मेरी बाइक तोड़ दी गई और उन्होंने मेरी पत्नी पर भी हमला किया। मेरी बेटी की परीक्षा है लेकिन वह अब डरी हुई है कि हम पर दोबारा हमला होगा। उन्होंने मेरे एक स्टोरेज रूम (आरा घर) में भी आग लगा दी। वे… https://t.co/yKfd7LLQEzpic.twitter.com/dzt6Ft1Cdx
इससे पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी अशांत संदेशखाली में स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है और इलाके में शांति बहाल करने और स्थिति सामान्य करने की सभी कोशिशें नाकाम कर रही है. पार्टी ने दावा किया कि पुलिस और प्रशासन प्रत्येक ग्रामीण तक पहुंचने और उनकी शिकायतों का समाधान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. राज्य की वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने यहां आयोजित मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह से प्रशासन के नियंत्रण में है और ग्रामीणों की प्रत्येक शिकायत दूर करने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहा है.
एनएचआरसी की टीम ने किया संदेशखाली का दौरा
वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम ने आज यानी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का दौरा किया. टीम ने उन ग्रामीणों से बातचीत की जिन्होंने तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. टीम में एनएचआरसी सदस्य विजया भारती सयानी और पांच अधिकारी शामिल थे. टीम ने संदेशखाली के पात्रापारा और नतुनपारा सहित कई गांवों का दौरा किया. एनएचआरसी टीम के सदस्यों ने ग्रामीणों से बातचीत की और उनके बयान भी दर्ज किये. भाषा इनपुट के साथ