इसके लिए उसने एक स्थानीय ट्रेनिंग एकेडमी में भी एडमिशन लिया था. हर दिन सुबह शहर के आउटडोर स्टेडियम में दौड़ लगाने जाया करता था. गुरुवार सुबह भी वह प्रैक्टिस के लिए पहुंचा था, लेकिन दौड़ के दौरान ही वह अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा.
अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही तोड़ा दम
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सोनू ग्रुप के साथ दौड़ रहा था और जैसे ही वह दूसरे राउंड में पहुंचा, उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह गिर पड़ा. दौड़ में शामिल बाकी युवकों ने तुरंत उसे उठाया और आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. यह खबर जब उसके घर पहुंची तो कोहराम मच गया.
गांव में छाया मातम, टूट गया परिवार
सोनू की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया. वह अपने घर का होनहार बेटा था और सबको उम्मीद थी कि वह नौकरी पाकर परिवार का सहारा बनेगा. लेकिन उसकी अचानक हुई मौत ने सबको झकझोर दिया है. परिजन सदमे में हैं और उसकी मां व अन्य सदस्य बेसुध हैं.
(सुपौल से राजीव कुमार झा की रिपोर्ट)
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