सरायगढ़. सरायगढ़ प्रखंड अंतर्गत चिकनी गांव के पास कोसी नदी में सोमवार को स्नान के दौरान लापता हुए दो किशोरों की तलाश मंगलवार को भी जारी रही. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने दो मोटर बोट की सहायता से दिनभर रेस्क्यू अभियान चलाया, लेकिन देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिल सकी. घटना सोमवार को सावन की तीसरी सोमवारी के अवसर पर हुई, जब सरायगढ़ पंचायत की दर्जनों महिलाएं गाजे-बाजे और डीजे के साथ जलाभिषेक के लिए बाबा बचनेश्वर मंदिर, भपटियाही जा रही थी. जल भरने के दौरान कई बच्चे भी उनके साथ कोसी नदी पहुंचे और स्नान करने लगे. इसी दौरान सरायगढ़ गांव के वार्ड संख्या 13 निवासी प्रमोद यादव का 12 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार और उनके रिश्ते में चाचा लगने वाले तेज नारायण यादव का 17 वर्षीय पुत्र गोलू कुमार गहरे पानी में चले गए और लापता हो गए. परिवार में पसरा मातम, एनडीआरएफ का रेस्क्यू अभियान जारी घटना के बाद से दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है. गौरव कुमार मध्य विद्यालय सरायगढ़ में कक्षा 07 का छात्र था और दो भाई-बहनों में छोटा था. माता गुड्डी देवी, पिता प्रमोद यादव, भाई राकेश कुमार और बहन प्रियंका कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं गोलू कुमार उच्च माध्यमिक विद्यालय सरायगढ़ में कक्षा 10 में पढ़ता था. वह चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था. परिवार में माता प्रमिला देवी, भाई दीपक कुमार , बहन अंजनी कुमारी और पूजा कुमारी सहित अन्य परिजन गहरे सदमे में हैं. एनडीआरएफ टीम के इंस्पेक्टर रविकांत ने जानकारी दी कि दो मोटर बोट के जरिए नदी में गहराई से खोजबीन की जा रही है, लेकिन नदी की धारा तेज होने और पानी के बहाव के कारण अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है. रेस्क्यू अभियान मिलने तक जारी रहेगा. अंचल अधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को दूसरे दिन भी नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है. स्थानीय ग्रामीणों में चिंता और अफसोस घटना के बाद से क्षेत्र में मातम का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि सावधानी के अभाव में यह दुखद हादसा हुआ. नदी किनारे सुरक्षा के पर्याप्त उपाय न होना भी एक चिंता का विषय बना हुआ है. यह हृदयविदारक घटना पूरे प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है. लोगों ने प्रशासन से नदी किनारे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं रोकी जा सकें.
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