Bokaro News : मुहर्रम की सातवीं पर गुरुवार की देर शाम को नगर परिषद फुसरो के भेड़मुक्का, पटेलनगर, राजा बेड़ा, रहीमगंज, पुराना बीडीओ आफिस, सुभाषनगर, अमलो बस्ती, घुटियाटांड, करगली बाजार आदि इमामबाडा में फातिहा कर निशान खड़ा किया गया. इससे पूर्व जंगी जत्थों को पैंक बांधने की रस्म की. जंगी जत्थों ने या हसन या हुसैन के नारे लागाते हुए शहर में दौड़ लगाना शुरू किया. इस दौरान इमामबाड़ों में काफी संख्या में लोगों की भीड़ रही. शहर के इमामबाड़ों में जलने वाली अगरबत्ती की खुशबू से शहर महक उठा है. पूर्व वार्ड पार्षद जसीम रजा ने कहा कि पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने यजीदियों के जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद की थी. हजरत इमाम हुसैन ने यजीदियों से जंग लड़ते हुए शहीद होना कबूल किया, लेकिन यजीद का अनुचित हुक्म नहीं माना. वह जंग सत्य एवं असत्य के बीच हुआ था, जिसमें सच्चाई की जीत हुई थी. उसी की याद में प्रत्येक वर्ष मुहर्रम मनाया जाता है.
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