बोकारो, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन से पूरे बोकारो जिले में शोक की लहर है. मंगलवार को जगह-जगह शोक सभा आयाेजित कर राजनीतिक दलों व संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. जायसवाल समाज (सर्ववर्गीय), बोकारो की कार्यकारी समिति की ओर से सिटी सेंटर सेक्टर चार में शोकसभा आयाेजित की गयी. सभा में सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया. अध्यक्षता राजकुमार जायसवाल ने की. कहा कि शिबू सोरेन ने झारखंड राज्य के गठन के लिए व्यापक जन आंदोलन का नेतृत्व किया. वे केवल झारखंड ही नहीं, बल्कि ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम, बंगाल सहित संपूर्ण राष्ट्र में आदिवासी समाज के एक सशक्त, संघर्षशील और पूजनीय नेता के रूप में प्रतिष्ठित थे. मौके पर एमएल चौधरी, विजय कुमार, दिलीप जायसवाल, तारिणी जायसवाल, राजकुमार प्रिया, कमलेश कुमार जायसवाल, ज्ञानचंद जायसवाल, सुंदर प्रकाश जायसवाल, सीपी जायसवाल सहित अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद थे.
झारखंड आंदोलनकारी कार्यालय पुपुनकी में श्रद्धांजलि सभा
चास, चास के पुपुनकी दामोदर ब्रिज स्थित झारखंड आंदोलनकारी कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री व झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक दिशाेम गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के केंद्रीय महासचिव पार्वती चरण महतो ने कहा कि स्व सोरेन ने आदिवासी समाज सहित अन्य पिछड़े और शोषित समाज को जगाया. उन्होंने महाजनी प्रथा का जमकर विरोध किया था. गुरु जी के संघर्ष और बलिदान के कारण ही हमलोगों को अलग झारखंड राज्य मिला है, लेकिन अभी तक उनके सपनों का झारखंड नहीं बन पाया. कहा कि हम सभी को एकजुट होकर गुरु जी के बताये रास्ते पर चलना होगा, तभी समृद्ध झारखंड का निर्माण संभव है. मौके पर लक्ष्मण महतो, पूर्व मुखिया अरुण महतो, फलहारी महतो, खगेन महतो, गंगाधर महतो, कुमोद महतो, कंचन महतो, सुरेश महतो, पिंटू दास, मुन्ना अंसारी, राजा अंसारी, विशाल गोप, मकसूद अंसारी, मो मंजर, जैनूल अंसारी, भूतनाथ शर्मा, सहदेव यादव सहित अन्य उपस्थित थे.
बिरसा मुंडा नि:शुल्क विद्यालय ने जताया शोक
बोकारो, सेक्टर 12 बिरसा मुंडा निःशुल्क विद्यालय में शोक सभा का आयोजन हुआ. दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्पांजलि कर शोक व्यक्त किया गया. दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी. संस्थापक परशुराम राम ने विद्यार्थियों को शिबू सोरेन के बारे में विस्तार से बताया. उनके पदचिन्हों पर चलने का आग्रह किया. मौके पर ममता, गुड़िया, प्रेम सिंह, बबीता, हरिशंकर, जोगेंद्र कुशवाहा, विजय, मीना, अजय, चंद्रेश्वर आदि मौजूद थे.
अल-हबीब शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज ने जताया शोक
बोकारो, अल-हबीब शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय व इमामुल हई खान विधि महाविद्यालय सेक्टर छह में शोक सभा हुई. शिबू सोरेन की तसवीर पर पुष्प अर्पित कर भाव पूर्ण श्रद्धांजलि दी गयी. वक्ताओं ने कहा कि दिशोम गुरु का जाना राज्य ही नहीं देश के लिए क्षति है. शोक सभा में दोनों महाविद्यालय के प्रचार्य, प्रचार्या, व्याख्याता, शिक्षकेतर कर्मचारी सहित अन्य आगत अतिथि शामिल थे.
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