बोकारो. उपायुक्त ने बुधवार को जिला अभिलेखागार का निरीक्षण किया. भवन की भौतिक स्थिति, दस्तावेजों की सुरक्षा व्यवस्था, रख-रखाव व डिजिटल प्रबंधन को लेकर समीक्षा की. सीपेज स्थिति को देखते हुए उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग अमृत कुमार को निर्देश दिया कि तत्काल मरम्मत करायी जाये. एक आधुनिक मॉडल जिला अभिलेखागार की स्थापना के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करें.
महत्वपूर्ण फाइलों को सुनियोजित तरीके से संरक्षित करना जरूरी
उपायुक्त ने कहा कि अभिलेखागार किसी भी जिले की सांस्कृतिक, प्रशासनिक और ऐतिहासिक धरोहर का केंद्र होता है. वर्षों से संग्रहीत प्रशासनिक आदेश, रिपोर्ट, योजनागत दस्तावेज, भूमि अभिलेख एवं अन्य महत्वपूर्ण फाइलें रखी जाती हैं, जिन्हें सुनियोजित तरीके से संरक्षित करना जरूरी है. सभी दस्तावेजों का क्रमबद्ध डिजिटलीकरण किया जाए. उन्हें ऑनलाइन सुलभ रखा जाए, ताकि भविष्य में कोई भी दस्तावेज शीघ्रता से उपलब्ध हो सके. डीसी ने कहा कि अभिलेखागार में छोटे टेबल लगाने, टेबलों का क्रम तैयार करने, किस टेबल पर कौन सा दस्तावेज निष्पादन हुआ, उसका पूरा विवरण पंजी में अंकित होना चाहिए. प्रभारी पदाधिकारी, जिला अभिलेखागार को इसे सुनिश्चित करने को कहा. मौके पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, वन प्रमंडल पदाधिकारी (प्रोबेशनर) संदीप शिंदे, प्रभारी पदाधिकारी शालिनी खालखो, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे.
वृद्ध का टूटा चश्मा देख, सहायता का निर्देश
बोकारो, चास प्रखंड के भ्रमण के दौरान उपायुक्त अजय नाथ झा ने देखा कि चरकु महतो नामक वृद्ध का चश्मा टूटा हुआ. उनकी स्थिति देख उपायुक्त ने तत्काल पंचायत मुखिया को निर्देश दिया कि उनकी सहायता की व्यवस्था की जाए, ताकि वे दैनिक जीवन में असुविधा से बच सकें. मौके पर उपस्थित पदाधिकारियों को भी निर्देशित किया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान ऐसे छोटे-छोटे संकेतों को भी गंभीरता से लें.
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