कॉमर्स में बढ़ी संभावनाओं की दी जानकारी
मुख्य अतिथि श्री रंगानी ने वित्त-वाणिज्य के क्षेत्र में करियर के बढ़ते आयामों पर प्रकाश डालते हुए इस दिशा में डीपीएस बोकारो की इस पहल को महत्वपूर्ण बताया. आशा जतायी कि यह वाणिज्य लैब विद्यार्थियों के ज्ञानार्जन में सहायक सिद्ध होगा. कहा : लैब शब्द सुनते ही दिमाग में सर्वप्रथम साइंस लैब की छवि कौंधती है. कॉमर्स का भी लैब होना अपने-आप में अत्यंत सराहनीय है. समय के साथ शिक्षा का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. इसके अनुसार माइंडसेट (अवधारणा) में भी बदलाव लाये जाने की जरूरत है. वाणिज्य लैब जैसे प्रयास इस दिशा में अनुकरणीय हैं. उन्होंने बेहतरी को लेकर अपने कई सुझाव भी दिये. प्राचार्य एएस गंगवार ने शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में डीपीएस बोकारो के प्रयासों की चर्चा करते हुए नव-उद्घाटित वाणिज्य लैब की विशेषताओं और इससे होने वाले लाभ की विस्तृत जानकारी दी.
लैब के सुचारू संचालन के लिए शिक्षकों को खास तौर पर प्रशिक्षण
श्री गंगवार ने बताया : यह वाणिज्य लैब बोकारो में अपनी तरह का पहला लैब है. इसमें कंप्यूटर पर एक खास सॉफ्टवेयर की मदद से सिमुलेटिंग गेम्स के के माध्यम से विद्यार्थियों को वित्तीय साक्षरता, उद्यमशीलता सहित वाणिज्य संकाय के विभिन्न विषयों की व्यावहारिक व प्रायोगिक जानकारी दी जायेगी. इससे बच्चों को संबंधित तथ्यों व विषयों को समझने में आसानी होगी. कंप्यूटर सिमुलेशन के अलावा विभिन्न बोर्ड गेम्स के माध्यम से भी विद्यार्थियों को क्रिप्टो वॉलेट, बिटक्वाइन, बैंकिंग, शेयर मार्केट, निवेश, ट्रेडिंग, शॉप आर्ट, नीलामी, भुगतान सेवाएं आदि की व्यावहारिक जानकारी दी जायेगी. इस लैब में एक बार में एक साथ 40 विद्यार्थी बैठ सकते हैं. लैब के सुचारू संचालन के लिए शिक्षकों को खास तौर से प्रशिक्षित किया गया है.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो