मजदूर प्रतिनिधियों ने बोनस फॉर्मूले में बतायी खामियां
सोमवार को इस्पात मजदूरों के सालाना बोनस पर सेल प्रबंधन के साथ पांचो केंद्रीय श्रम संगठनों के सदस्यों के साथ लगातार दिनभर की बैठक चलती रही. बोनस के फार्मूले में खामियां उजागर करते हुए मजदूर प्रतिनिधियों ने प्रबंधन के प्रस्ताव को रिजेक्ट कर दिया. संध्या 6:00 बजे प्रबंधन की ओर से 26 हजार को 27 हजर और अच्छा परफॉर्मेंस के लिए अलग से बैठक कर 1400 रुपये देने की बात की गई. इसपर यूनियन प्रतिनिधियों ने 30 हजार को बेस मानते हुए परफॉर्मेंस के एवज में 14 हजार भुगतान यानी कुल 44 हजार भुगतान करने की मांग की, जिस पर फैसला नहीं हो सका. प्रबंधन ने इसे मानने से इंकार कर दिया. उसके बाद यूनियन प्रतिनिधियों के साथ प्रबंधन की बैठक इस्पात भवन में हुई. यहां भी कोई फैसला नहीं हो पाया.
यूनियन नेताओं का फोन बंद करा दिया गया था
बैठक में सभी यूनियन ने एक स्वर में बोनस फार्मूला बनाने और 45000 से कम की राशि नहीं लेने की बात कही. उनका कहना था कि वर्तमान में 45 हजार रुपये के आधार पर ही सेल प्रबंधन फॉर्मूला बनाएं, इस पर भुगतान करें. इसके बाद अगले साल के लिए स्थाई फार्मूला बनाया जाए, ताकि विवाद की स्थिति दोबारा ना बन सके. बैठक की बातचीत को गोपनीय रखने के लिए यूनियन नेताओं का फोन बंद करा दिया गया था. बैठक में इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक और बीएमएस के दो -दो प्रतिनिधि शामिल हुए. इनमें इंटक से संजीवा रेड्डी व बीएन चौबे, सीटू से ललित मोहन मिश्र व विश्वरूप बनर्जी, एटक से डी आदिनारायण व रामाश्रय प्रसाद सिंह, एचएमएस के राजेंद्र सिंह व संजय बढ़वाकर, बीएमएस के डीके पांडे व रंजय कुमार शामिल थे.
रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो