फुसरो, सीसीएल बीएंडके एरिया अंतर्गत कारो परियोजना के विस्तार को लेकर जंगल कटाई मामले में बैदकारो गांव में 20 जुलाई को दो पक्षों के बीच मारपीट के बाद अब आंदोलन शुरू हो गया है. कोयलांचल विस्थापित संघर्ष मोर्चा ने जंगल काटे जाने के विराेध और विस्थापितों के अधिकारों की मांग को लेकर बेमियादी चक्का जाम शुरू किया है. मोर्चा के नेता वतन महतो ने कहा कि गांव में ग्रामसभा हुई ही नहीं, फिर भी प्रबंधन एनओसी का हवाला देकर जंगल काट रहा है. ग्रामीणों की जमीन ले ली गयी, लेकिन विस्थापितों को ना पैप कार्ड मिला, ना ही को-ऑपरेटिव समिति का अधिकार.
आंदोलन में ये हैं शामिल
आंदोलन में रामेश्वर महतो, आनंद कुमार, सीताराम महतो, लखन महतो, धनेश्वर महतो, नारायण महतो, भीम महतो, बबलू महतो, बंसी महतो, संतोष महतो, मंगल मांझी, मनोज हेंब्रम, मंगर मांझी, रंजीत टुडू, मन्नू मरांडी, बिरसा सोरेन, दिनेश मुर्मू, दीनू हेंब्रम, बाहामुनी देवी, बिल्सी देवी, राजबाला देवी, सीता देवी, सुनीता देवी, सावित्री देवी, सिमोति देवी, सोमरा हेंब्रम समेत बैदकारो, कारो और चरकपनिया के कई महिला-पुरुष शामिल हैं. इधर, सीसीएल के सुरक्षा गार्डों की तैनाती जगह-जगह की गयी है, ताकि हालात ना बिगडे. कारो परियोजना के पीओ सुधीर सिन्हा ने कहा कि मोर्चा के आंदोलन के कारण कोयला उत्पादन और ट्रांसपोर्टिंग बंद है. प्रबंधन वार्ता के लिए तैयार है.
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