Ghurti Rath Yatra 2025: बोकारो-नौ दिनों तक मौसी के घर श्रीराम मंदिर-सेक्टर वन में रहने के बाद महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा की शनिवार को घर वापसी हो गयी. श्रद्धालु बाजे-गाजे व भजन-कीर्तन के साथ महाप्रभु को रथ में लेकर उनके घर पहुंचे. कभी बूंदा-बांदी, तो कभी झमाझम बारिश, तो कभी उमस भरी गर्मी के बावजूद वापसी यात्रा के समय भी रथ को खींचने का श्रद्धालुओं में उत्साह दिखा. खासकर, भजन-कीर्तन पर झूमते युवक-युवतियों का उत्साह देखते हीं बन रहा था. इस दौरान भगवान जगन्नाथ के जयकारें से पूरा शहर गुंजायमान हो गया और माहौल भक्तिमय हो गया.
नौ दिनों बाद परंपरागत ढंग से प्रभु की वापसी
जगन्नाथ मंदिर से नौ दिन पहले महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के साथ मौसी के घर पहुंचे थे. मंत्रोच्चारण के बीच महाप्रभु सहित बलभद्र व सुभद्रा की पूजा-अर्चना हुई. नौ दिनों बाद परंपरागत ढंग से महाप्रभु की वापसी हुई. मौसी के घर सुबह महाप्रभु की विशेष पूजा-अर्चना हुई. श्रीराम मंदिर से वापसी रथ यात्रा अपराह्न डेढ़ बजे शुरू हुई और लगभग पांच बजे जगन्नाथ मंदिर पहुंची. उत्कल सेवा समिति बोकारो की ओर से आयोजित रथ यात्रा में श्रद्धा व विश्वास का संगम दिखा.
जगह-जगह रथयात्रा का स्वागत
घर जगन्नाथ मंदिर वापसी के दौरान भी महाप्रभु के रथ को खींचने श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहा. युवा, महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग मौसी के घर से रथ को खींचकर जगन्नाथ मंदिर तक ले गये. इस दौरान जगह-जगह रथयात्रा का श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया गया. भजन-कीर्तन व ढोल, नगाड़े की गूंज से वातावरण भक्तिमय बना रहा. रथयात्रा बाजे-गाजे व भजन कीर्तन के बीच श्रीराम मंदिर से निकली और श्रीराम मंदिर चाैक, पत्थरकट्टा चौक, गांधी चौक, सिटी सेंटर, बीजीएच, आंबेडकर चौक होते हुए जगन्नाथ मंदिर पहुंची.
आशीर्वाद लेकर परिवार की सुख व समृद्धि की कामना की
भगवान के दर्शन और स्वागत करने भक्त आतुर दिखे. जगह-जगह पूजा-अर्चना कर भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेकर परिवार की सुख और समृद्धि की कामना की. भगवान जगन्नाथ को अपने घर के पास देखकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह रहा. प्रभु मुख्य मंदिर के बाहर रथ पर हीं आठ जुलाई को शाम तक रह कर भक्तों को दर्शन देंगे.
ये भी पढे़ं: अच्छी रहेगी सेहत, कई चुनौतियां भी होंगी कम, लें ये फूड्स, CUJ में अभिषेक दुबे ने दिया स्वस्थ रहने का मंत्र