Bokaro News : बोकारो कैंप दो स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार सहित सभी आयुष्मान भारत केंद्रों में सोमवार को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया गया. सीएल कार्यालय में कार्यक्रम की अध्यक्षता आरसीएच पदाधिकारी डॉ सेलीना टुडू तथा संचालन डीपीएम दीपक कुमार ने किया. डॉ सेलीना टुडू ने कहा : संक्रमित ब्लड के उपयोग से हेपेटाइटिस होने का ज्यादा खतरा रहता है. अगर गर्भवती हेपेटाइटिस से पीड़ित है, तो उसके बच्चे को भी हेपेटाइटिस होने की संभावना रहती है. सुरक्षित यौन संबंध से भी हेपेटाइटिस होने का खतरा बना रहता है. दूषित ब्लड चढ़ाने से भी हेपेटाइटिस का कारण बन सकता है. हेपेटाइटिस होने पर मरीज को भूख की कमी व कमजोरी की शिकायत रहती है. मरीज के पेशाब का कलर काफी गहरा हो जाता है. पेट में हमेशा संक्रमण व दर्द की शिकायत रहती है. आंख सहित शरीर के अन्य भागों पर पीलापन दिखने लगता है. बचाव के लिए बच्चों को हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन जन्म के एक माह के अंदर जरूर दिलायें. लक्षण मिलने पर चिकित्सक से जांच करायें. रोग की पहचान के लिए लीवर फंक्शन जांच के साथ-साथ हेपेटाइटिस बी व सी की जांच जरूर करायें. लिवर को सही रखने के लिए शराब का सेवन नहीं करें. जंक फूड से दूर रहें. मौके पर डीडीएम कुमारी कंचन, डीएएम अमित कुमार सिन्हा सहित स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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